कई तरह के आरोप, पुलिस से लिखित शिकायत : फोकस टीवी की डिप्टी मैनेजिंग एडिटर रह चुकीं नीलांजना बैनर्जी इन दिनों फोकस टीवी प्रबंधन के निशाने पर हैं। उनके खिलाफ प्रबंधन ने पुलिस से लिखित शिकायत की है। एम-3 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड और फोकस टीवी की तरफ से एचआर मैनेजर शायरा कुरैशी ने नोएडा के सेक्टर 20-22 थाने में 11 जुलाई को जो अर्जी दी है, उसकी एक कापी बी4एम के पास भी है। इसमें कहा गया है कि नीलांजना को फोकस प्रबंधन ने एप्पल व एचटीसी के दो मोबाइल सेट और एक लैपटाप दिया था। कंपनी से जाने के बाद नीलांजना ने ये सभी चीजें आज तक नहीं लौटाई हैं। शिकायत के अनुसार लैपटाप में कंपनी का महत्वपूर्ण डाटाबेस है, गोपनीय जानकारियां हैं, महत्वपूर्ण फाइलें हैं।
इन सभी का कंपनी को नुकसान पहुंचाने के लिए इरादे से गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। शिकायत में आगे कहा गया है कि नीलांजना ने अपनी निजी मेल आईडी से कंपनी को एक ई-मेल भेजकर कंपनी में कार्यरत चार सहकर्मियों शाहिद, सईद, नेहा और सुगंधा के साथ सामूहिक इस्तीफे की पेशकश कर दी। यह मेल चारों सहकर्मियों को भी फारवर्ड किया। बाद में सुगंधा ने लिखित पत्र देकर स्पष्ट किया कि नीलांजना ने निजी उद्देश्यों की पूर्ति के लिए मेल में उसके नाम का गलत इस्तेमाल किया। सुगंधा ने कंपनी को बताया कि उन्हें ऐसा कोई मेल कंपनी की ओर से नहीं मिला, जिसमें उनसे इस्तीफा मांगा गया हो। शिकायत में कहा गया है कि नीलांजना ने यह सब करके सेवा नियमों का उल्लंघन किया है। एचआर हेड शायरा कुरैशी की लिखित शिकायत में नीलांजना को जालसाजी, कापीराइट एक्ट, कंपनी एक्ट आदि के तहत आरोपी बनाकर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है।
इन आरोपों के संबंध में नीलांजना बनर्जी का पक्ष जानने के लिए बी4एम ने उनसे दो बार संपर्क किया। पहली बार 17 जुलाई को फोन किया। तब उन्होंने कहा- ‘इस प्रकरण के बारे में मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है। मैं अभी दिल्ली से बाहर हूं और एक-दो दिन में वापस लौटने के बाद ही इस बारे में कुछ बता पाने की स्थिति में हो सकूंगी।’ बी4एम ने आज दुबारा उनसे संपर्क किया तो उन्होंने इस प्रकरण को कारपोरेट खेल बताते हुए कोई भी कमेंट करने से इनकार कर दिया। नीलांजना बार-बार यही कहती रहीं कि समय आने पर वे बोलेंगी। फिलहाल इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहना चाहतीं। उन्होंने बताया कि इन दिनों उनकी मां की तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए वे पूरा वक्त अपने परिवार को दे रही हैं। नीलांजना को जब यह बताया गया कि कंपनी ने उन पर कई संगीन आरोप लगाए हैं तो उनका कहना था कि उन्हें कुछ नहीं पता और वे इस बारे में न कुछ जानना चाहती हैं और न बताना चाहती हैं। नीलांजना से बी4एम ने जब पूछा कि क्या पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की या उन्होंने पुलिस को अपना पक्ष दिया, तो उनका कहना था कि वे इस मुद्दे पर किसी भी सूरत में कुछ नहीं कहना चाहतीं। जब वक्त आएगा तो जरूर वे बोलेंगी।