विदेशी पूंजी निवेश के लिए एचटी मीडिया की तरफ से एक बड़ा कदम उठाये जाने की तैयारी है। खबर है कि हिंदुस्तान अखबार को एचटी मीडिया से अलग कर एक नई कंपनी के अधीन कर दिया जाएगा। ऐसा एचटी मीडिया में एफडीआई गाइडलाइन के मुताबिक अब और ज्यादा विदेशी पूंजी निवेश न होने के कारण किया जा रहा है। नई कंपनी बनाने के बाद उसमें विदेशी पूंजी निवेश के लिए प्रयास किया जाएगा ताकि अखबार में और ज्यादा पैसा लगाया जा सके। एचटी मीडिया से हिंदुस्तान को अलग करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए प्रतिष्ठित कंपनी अर्नेस्ट एंड यंग को रिपोर्ट देने के लिए कह दिया गया है।
अभी तक एचटी मीडिया के अधीन तीन अखबार निकल रहे हैं- हिंदुस्तान टाइम्स, हिंदुस्तान और मिंट। बताया जा रहा है कि अगले तीन महीनों में हिंदुस्तान का संचालन नई कंपनी के जरिए किया जाएगा। कंपनी के शेयर होल्डरों से हिंदुस्तान को अलग कंपनी के अधीन लाने की मंजूरी पहले ही ली जा चुकी है। हिंदुस्तान अखबार पांच प्रदेशों के 13 जगहों से निकल रहा है और भविष्य में इसके और विस्तार की तैयारी है।