हरियाणा पुलिस द्वारा मधुबन प्रकरण में मीडिया पर बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई के विरोध में वीरवार को बहादुरगढ़ पत्रकार संघ ने महामहिम राज्यपाल को उपमंडल अधिकारी ना. के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। इससे पहले वरिष्ठ पत्रकार प्रेम शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में पुलिसिया कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की गई। वीरवार को बहादुरगढ़ पत्रकार संघ ने बैठक कर मधुबन पुलिस अकादमी प्रकरण में पुलिस द्वारा अभी-अभी अखबार के संपादक, प्रकाशक, मुद्रक, प्रबंधक, फाइनेंसरों, रिपोर्टरों व वितरकों के खिलाफ मुकदमें दर्ज करने की तुलना आपातकाल से करते हुए इसकी तीखी निंदा की। अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि पुलिस अपनी शक्तियों का दुरूपयोग कर रही है। पुलिस ने हॉकर व एजेंट तक को नहीं बख्शा।
संघ महासचिव प्रवीण धनखड़ व कोषाध्यक्ष प्रवीण भारद्वाज ने कहा कि सारे प्रकरण को देखकर लग ही नहीं रहा कि प्रदेश में लोकतंत्र भी है। हरियाणा पुलिस तानाशाही तरीके से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का गला घोंटने का प्रयास कर रही है। हरियाणा पत्रकार संघ के जिला महासचिव रवींद्र राठी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में अगर पुलिस अपनी मनमानी करके अखबार से जुड़े लोगों को प्रताड़ित करने में सफल रही तो भविष्य में कोई भी कलमवीर सच्चाई लिखने से पहले कई दफा सोचेगा। मीडिया का काम ही सच्चाई को सामने लाना है और अखबार के खिलाफ इस तरह का दमन लोकतंत्र में असहनीय है। बैठक में वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण गोपाल विद्यार्थी, शील भारद्वाज, देवेंद्र शुक्ला, प्रेम काठपालिया, तकदीर सिंह, प्रदीप भारद्वाज, विनोद कुमार, योगेंद्र सैनी, शरत भारद्वाज, राजेश दलाल, प्रमोद सैनी, अमित राठी, सुशील वत्स, पंकज रोहिल्ला, कमल सहरावत, प्रमोद शर्मा, ललित कुमार, सुरेंद्र दहिया व अश्वनी भारद्वाज ने पूरे मामले की न्यायिक जांच करवाने और मीडिया के खिलाफ बदले की भावना से की गई कार्रवाई पर लगाम लगाने की मांग की।