कुमार सजॉय सिंह और एनई टीवी ग्रुप की राहें अलग-अलग हुईं : एनई टीवी ग्रुप के पूरबिहा चैनल हमार टीवी से सूचना है कि इसके बनारस ब्यूरो से आठ लोगों को हटा दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन ने री-स्ट्रक्चरिंग का जो दौर चलाया है, उसमें कई जगहों से कुछ-कुछ लोगों को हटाया जा रहा है। ऐसा स्टाफ ज्यादा होने के नाम पर किया जा रहा है। बनारस में पहले सभी कर्मियों से सामूहिक इस्तीफे लिए गए फिर इनमें से आठ के इस्तीफे स्वीकर कर लिए गए। इस बीच, सूचना है कि ग्रुप मैनेजिंग एडिटर कुमार संजॉय सिंह अब इस समूह के हिस्से नहीं रहे।
पहले यह तय हुआ था कि वे अवकाश पर जाने के बाद वापस लौटकर समूह के नए प्रोजेक्ट्स पर काम करेंगे पर ताजी सूचना के मुताबिक उन्होंने अवकाश से लौटने के बाद एनईटीवी ग्रुप से रास्ता अलग कर लिया है। कुमार संजॉय के बारे में पता चला है कि वे किसी फिल्म के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।
कुमार संजॉय के जाने के बाद से हमार टीवी के हेड के रूप में उदय चंद्र सिंह कामधाम देख रहे हैं। उदय के हेड बनने के बाद ही चैनल में री-स्ट्रक्चरिंग का दौर शुरू हुआ। उदय कई दिनों से बनारस में थे। सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन की तरफ से चेयरमैन मतंग सिंह के भाई कमला सिंह हमार टीवी के प्रत्येक ब्यूरो का लेखा-जोखा ले रहे हैं। वे भी बनारस पहुंचे थे।
हमार टीवी के हेड उदय चंद्र सिंह से जब इस बारे में संपर्क किया गया तो उन्होंने आठ लोगों की छंटनी और सामूहिक तौर पर इस्तीफे लिए जाने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा कि सिर्फ दो इंटर्न की सेवा आगे बढ़ाने से रोका गया है और एक स्टूडियो सुपरवाइजर को हटाया गया है। जो इंटर्न थे, उन्हें ट्रेनिंग-प्रशिक्षण के लिए रखा गया था और अवधि खत्म होने पर उन्हें न आने के लिए कह दिया गया है। स्टूडियो सुपरवाइजर के बारे में कई तरह की शिकायतें थीं जो जांच में सही पाई गईं। इसलिए उन्हें हटाया गया। उदय के मुताबिक हम लोग बनारस में हमार टीवी के स्टूडियो को और बेहतर बनाने के लिए पांच लाख रुपए खर्च करने जा रहे हैं। साथ ही यूपी के कई प्रमुख शहरों यथा- लखनऊ, कानपुर, मेरठ आदि में ब्यूरो आफिस खोलने जा रहे हैं। इस तरह हम लोगों का मकसद किसी को हटाना नहीं बल्कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देना है।
ranjit kumar ,ranchi
January 14, 2010 at 11:57 am
उदय चन्द्रा एक ओर अपने साथ लोगो को जोड्ने कि बात कर रहे है लेकिन हकिकत यह है कि इन्के साथ जो लोग जुडेंगे उन्हे पैसा मिल्ने वाला नहि है।क्योंकि इन्हे तो सोशन करने कि तो आदात हो गयि है ।मै भि इस चैनल का मारा हूं इस लिये मेरे से अछा कोइ नहि समझ सकता है।
anmol
January 27, 2010 at 5:31 am
भाई रंजीत जी..आप चैनल से निकाले गये थे क्योकिं आपको काम करना आता नहीं था…दजिन लोगों को काम करना नहीं आता है..वो इस चैनल का हिस्सा कभी नहीं हो सकते…उदय सर के संरक्षण में चैनल का अच्छा भनिष्य है..ऐसा मैं नहीं कहता..ऐसा कहता है चैनल पर हमार प्रजेंटेशन…