मुकदमा दर्ज कराने का फैसला : एस1 न्यूज चैनल संचालित करने वाले सीनियर मीडिया ग्रुप ने जैन टीवी और वीओआई पर ओवी वैन की बैंडविथ चोरी करने का आरोप लगाया है। कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले चार महीने से सीनियर मीडिया की ओवी वैन की बैंड विथ चोरी हो रही थी। कहा गया है कि ओवी वैन की बैंड विथ चोरी करने वालों में से एक जैन टीवी का सहयोगी संस्थान एनएसटीपीएल (नोएडा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क लिमिटेड) और दूसरा वॉयस ऑफ इंडिया है। सीनियर मीडिया के आरएफ इंजीनियरों को बैंडविथ चोरी की भनक पहले ही लग चुकी थी। तब चोरी करने वाले संस्थानों को कई बार इशारे से हिदायत दी गई। इसके बानजूद एनएसटीपीएल और वीओआई वाले सीनियर मीडिया की ओवी बैंडविथ चोरी करते रहे।
कंपनी का कहना है कि बीती 28 दिसंबर को सीनियर मीडिया ने एनएसटीपीएल और वीओआई के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिल गए। इसके बाद एक बार फिर चेतावनी देते हुए बातचीत के माध्यम से हल निकालने की सलाह दी गई। पर एनएसटीपीएल और वीओआई के कर्ताधर्ता बातचीत के लिए नहीं आए तो मजबूरन सीनियर मीडिया प्रबंधन ने ओवी वैन की बैंडविथ चोरी का प्रकरण इसरो के अंतरिक्ष विभाग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्रालय और कमिश्नर दिल्ली पुलिस के समक्ष ले जाने के अलावा इनफारमेशन टेक्नालजी अमेंडमेंट एक्ट आफ 2008 के तहत मुकदमा दर्ज कराने का निर्णय लिया है।
इन आरोपों को लेकर भड़ास4मीडिया ने जब वीओआई से जुड़े कुछ वरिष्ठ लोगों से संपर्क किया तो वहां से बताया गया कि सीनियर मीडिया बिना वजह उन लोगों पर आरोप लगा रहा है। अगर बैंडविथ चोरी चार महीने से चल रही थी तो उसमें वीओआई कैसे शामिल हो सकता है क्योंकि वीओआई के री-लांच के लिए 12 दिसंबर को एनएसटीपीएल से एक ओवी वैन किराए पर ली गई थी और उसका इस्तेमाल शुरुआती दिनों में सिर्फ टेस्टिंग के लिए किया गया। इस वक्त वह ओवी वैन शिरडी में आरती लाइव करने के लिए गई हुई है। वहां से कल से प्रसारण शुरू होगा। ओवी वैन में जो इंजीनियर हैं, जो स्टाफ है, वह भी एनएसटीपीएल का है। वीओआई ने तो पैसे देकर किराए की ओवी वैन का इस्तेमाल अभी कुछ दिनों पहले से करना शुरू किया है। शिरडी में खड़ी ओवी वैन की बैंडविथ और फ्रीक्वेंसी सीनियर मीडिया ग्रुप चेक कराए और अगर उसे लगे की चोरी की, उसकी बैंड विथ और फ्रीक्वेंसी से प्रसारण हो रहा है तो शौक से मुकदमा दर्ज कराए क्योंकि तब यह मामला एनएसटीपीएल और सीनियर मीडिया ग्रुप के बीच का होगा। इससे वीओआई का क्या लेना-देना। वीओआई के लोगों का कहना है कि सीनियर मीडिया ग्रुप बेवजह वीओआई का नाम घसीट कर उनकी मानहानि कर रहा है जो कि गलत है। वीओआई पर लगाए गए आरोप विशुद्ध बकवास हैं।