ब्यूरो चीफ धरणी तो यही कहते हैं : ए2जेड न्यूज चैनल के हरियाणा, पंजाब, हिमाचल के ब्यूरो चीफ चन्द्रशेखर धरणी ने जानकारी दी है कि तीनों राज्यों के सभी रिपोर्टरों ने ए2जेड के आईटी इंचार्ज वी.के सिंह द्वारा सभी से सामूहिक इस्तीफा लेने के प्रयास को विफल कर दिया है। रिपोर्टरों ने इस्तीफा न देने का निर्णय लिया है। धरणी के मुताबिक रिपोर्टरों ने ए2जेड के मालिक दीपक गुप्ता और उनके खास लोगों कपूर और त्यागी से मांग की है कि तीन महीने के नोटिस अवधि का भुगतान कंपनी तीन दिनों में करे। अगर 9 जनवरी तक कम्पनी ने भुगतान नहीं किया तो पत्रकार आन्दोलन को बाध्य होंगे। आंदोलन के तहत सूचना-प्रसारण मंत्रालय के अफसरों -मंत्रियों को ज्ञापन देकर मांग की जाएगी कि गैर-कानूनी रूप से चल रहे ए2जेड चैनल को बंद किया जाए।
धरणी ने बताया कि वर्तमान में ए2जेड प्रबन्धकों को ए2जेड न्यूज चैनल चलाने की अनुमति ही नहीं है। यह लाइसेंस सुदर्शन चैनल/अनन्त के नाम पर होने की चर्चा है। श्रम मंत्रालयों को लिखित जानकारी देने व कानूनी कार्रवाई करने के लिए तीन वकीलों का एक पैनल तैयार किया गया है जिसमें एडवोकेट कौशल (पानीपत), दीपक गुप्ता (चण्डीगढ) तथा हरकेश मनुजा (चण्डीगढ़) शामिल हैं। ये लोग कानूनी बारीकियों का अध्ययन करेंगे। ए2जेड न्यूज चैनल के खिलाफ बनी एक्शन कमेटी के प्रवक्ता कुलवंत शर्मा तथा विनोद खुंगर ने बताया कि हमारा ए2जेड प्रबन्धन से व्यक्तिगत कोई विरोध नहीं है। हमें हमारी मेहनत के पैसे दे दिये जाएं, यही हम चाहते हैं। कुलवंत और विनोद ने बताया कि ब्यूरो चीफ चन्द्रशेखर धरणी के सख्त रूख के कारण प्रबंधन ने अधिकांश पत्रकारों को पेमेन्ट दे दिया है। वीके सिंह ने फुल एण्ड फाइनल पेमेंट पर साइन कराने के जबरी प्रयास किए मगर धरणी व समस्त पत्रकारों ने ऐसा करने से मना कर दिया। कम्पनी को तीन माह का नोटिस पे देने के लिए लिखित में वीके सिंह के हाथों भेज दिया गया है।
कुलवंत और विनोद ने बताया कि ए2जेड का चंडीगढ़ कार्यालय जहां खुला हुआ था, वहां के लैंडलोर्ड ने कम्पनी को भविष्य में किराए पर देने से मना कर दिया तथा भवन अपने कब्जे में ले लिया है। अब ए2जेड का कार्यालय चण्डीगढ़ में नहीं रहा है। कुलवंत और विनोद ने दुनिया के साथ ज्यादती होने पर आवाज उठाने वाले पत्रकारों के साथ ज्यादती होने पर भड़ास4मीडिया द्वारा आवाज उठाने पर आभार व्यक्त किया।