भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग 2014 तक 1.09 लाख करोड़ रुपए का हो जाएगा। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि विज्ञापन में बढ़ते खर्च की उम्मीद, मीडिया की बढ़ती पैठ और अर्थव्यवस्था में सुधार के कारण मीडिया उद्योग तेजी से ऊपर बढ़ रहा है।
फिक्की-केपीएमजी के रिपोर्ट के मुताबिक, आगामी पांच सालों में एमएंडई उद्योग 13 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ता हुआ 1.09 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। आर्थिक मंदी और विज्ञापन पर होने व्यय में कटौती के कारण इस उद्योग ने काफी खराब समय देखा है। लेकिन 2009 की अंतिम तिमाही के दौरान इसमें सुधार देखा गया है और उम्मीद की जा रही है कि यह बरकरार रहेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, 2009 में उद्योग 1.14 फीसदी की बढ़त के साथ 58,700 करोड़ रुपए पर था, जबकि टीवी और प्रिंट का सदस्यता राजस्व 8.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 24,100 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।