: मीडिया वाले फिर बने पीपली लाइव : उड़ीसा के जिस सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिस्वाल ने अपने उपर पिस्तौल ताने जाने की बात कही है, इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है, वह पूरी तरह झूठी है. ऐसा कहना है दिल्ली पुलिस से जुड़े अधिकारियों का. पुलिस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेसी सांसद व उड़ीसा के पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिस्वाल ने शिकायत दर्ज कराई कि नई दिल्ली के उनके घर पर बृहस्पतिवार की सुबह उन पर जानलेवा हमला किया गया. उनके यहां काम कर चुके एक शख्स ने उनके घर में घुसकर उन पर रिवाल्वर तान दी. उसने गोली चलाई नहीं, जिस कारण हेमानंद बिस्वाल बच गए.
घटना की सूचना मिलते ही न्यूज चैनलों के लोग मौके पर दौड़े. कई बड़े न्यूज चैनलों ने तो रिपोर्टरों की फौज उतार दी. सबने अपने-अपने तरीके से व्याख्याएं व लाइव देना शुरू किया. हर कोई बता रहा था कि सांसद की जान बस किसी तरह बच गई वरना वे मर ही गए होते. उधर, दिल्ली पुलिस ने कई तरह की जांच-पड़ताल के बाद मामले में दम नहीं पाया. एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सारा कुछ सुरक्षा पाने के लिए किया गया था. उधर, कई पत्रकार कहते मिले की मीडिया वाले एक बार फिर पीपली लाइव बन गए.
सांसद की तरफ से दर्ज कराई गई कहानी के मुताबिक उनके घर काम कर चुका प्रभात कुमार शर्मा ने 7, कामराज लेन वाले उनके घर में सुबह सुबह दाखिल हो गया और बाथरूम में छिप गया. सुबह साढ़े चार बजे बिस्वाल के उठने पर प्रभात ने उन पर पिस्तौल तान दी. बताया गया है कि उसने गोली चलाने की कोशिश पर रिवाल्वर खराब होने से गोली चली नहीं. प्रभात गोली न चलने से घबरा गया और खिड़की से कूद कर भाग निकला. बिस्वाल की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज को कर लिया और तहकीकात भी शुरू कर दी पर जब पुलिस पूरे मामले के तह तक गई तो पता चला कि पूरी कहानी फर्जी है.