राज एक्सप्रेस, जबलपुर ने तीन महीने में तीन संपादक रखने का रिकार्ड बनाया है। अब जो नए संपादक आए हैं वो हैं गीत दीक्षित। सबसे पहले जबलपुर के चैतन्य भट्ट को स्थानीय संपादक बनाकर राज की जबलपुर में लांचिंग की गई। विधानसभा चुनाव के दौरान न जाने क्या हुआ, उन्हें हटाकर भोपाल से गंगा पाठक को बुलाया गया। जबलपुर के ही रहने वाले गंगा पाठक को संपादक की कुर्सी पर आसीन करा दिया गया। चुनाव बीता नहीं कि गंगा पाठक को वापस भोपाल भेजकर वहां से गीत दीक्षित को बुला लिया गया है। गीत राज एक्सप्रेस, भोपाल में राजनैतिक रिपोर्टिंग कर रहे थे। वे उमा भारती के मीडिया मैनेजर भी रह चुके हैं। उम्मीद करते हैं, गीत एक महीने वाले संपादक नहीं साबित होंगे।
दैनिक भास्कर, विलासपुर को तीन पेज डिजायनरों ने बाय बोला
दैनिक भास्कर, विलासपुर में अब तीन पेजमेकरों ने भी संस्थान को बाय-बाय कर दिया है। इनके नाम हैं- प्रेमसिंह राणा, गजानंद गढ़वाल और संजय यादव। इन लोगों ने इसी शहर में नई दुनिया के साथ नई पारी शुरू कर दी है। ये तीनों पिछले चार वर्षों से दैनिक भास्कर में काम कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से दैनिक भास्कर, विलासपुर में कार्यरत पेजमेकरों से काम लेना बंद कर दिया गया है और पेज बनाने की जिम्मेदारी सब एडिटरों को दे दी गई है। मैनेजमेंट के इस कदम से पेजमेकरों को छंटनी का भय सताने लगा था। इसी के बाद पेजमेकरों में हलचल मच गई और वो नई नौकरी तलाशने में जुट गए। इसमें तीन को सफलता मिली है। इससे पहले कि संस्थान उनकी छुट्टी करता, उन्होंने खुद ही नया ठिकाना तलाश लिया।
ज्ञात हो कि यहां पत्रकारों एवं प्रबंधन में शह-मात का खेल लगातार चल रहा है। इस यूनिट से छंटनी के विरोध में पहले ही सात पत्रकार सामूहिक अवकाश पर जा चुके हैं। इस समय यहां कर्मचारियों में हलचल मची हुई है।