इस महाचोर, झुट्ठा और मक्कार पवार से अब तो मुक्ति पाओ

चीनी घोटाला हो या स्टांप घोटाल, 2जी स्पेक्ट्रम हो या महंगाई घोटाला… ज्यादातर में नाम है शरद पवार का. फिर भी यह चोट्टा अपनी कुर्सी पर बना हुआ है. हर घोटाले के बाद आरोप लगने पर कहता है कि उसका कोई लेना-देना नहीं है. और, अपने सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और राहुल गांधी ऐसे कमजोर नेता हैं कि सरकार चलाने की खातिर इस चोर, ठग और घोटालेबाज शरद पवार को कुछ नहीं कहते.

बेचारे प्रधानमंत्री की चरम बेचारगी, पर बेचारा पद न छोडे़गा

अपने देश के प्रधानमंत्री बेचारे हैं, मजबूर हैं, लाचार हैं, गल्तियां करने वाले हैं…. और ये सारी बातें वे खुद मानते भी हैं. लेकिन उन्हें शायद डाक्टर ने कह रखा है कि यह सब होने के बावजूद वे पद पर बने रहें. सच में, लाचार पीएम के लगातार पद पर बने रहने के कारण यह देश लाचार होता जा रहा है, इस देश की जनता लाचार होती जा रही है, इस देश की किस्मत में बेचारगी का भाव भरता जा रहा है.