जैसे मेरी दिवाली नाश हुई, वैसे कभी पीके तिवारी की भी होगी

संजीव कुमार (काल्‍पनिक नाम, क्‍योंकि ये नहीं चाहते इनका और विभाग का नाम सामने आए) प्रज्ञा टीवी (महुआ ग्रुप का धार्मिक चैनल) में कार्यरत थे. चैनल में काफी समय से नौकरी कर रहे थे. अपने काम में माहिर थे. हालांकि चैनल के अंदर की स्थितियों से उनके मन में एक भय सा हमेशा बना रहता था, पर अपने काम और लंबे जुड़ाव के चलते उन्‍हें ये उम्‍मीद थी कि कोई भी निर्णय लिए जाने के पहले उन्‍हें बताया-पूछा जरूर जाएगा. ऐसा ही एक अंजाना सा डर और उम्‍मीद प्रज्ञा में काम करने वाले लगभग हर कर्मचारी के मन में है.

सीबीआई छापा और काली कमाई के पीछे का काला संसार

अनिल: काले हीरे के करोबार ने बना दिया कइयों को रातों-रात अमीर :  पिछले दिनों बसपा विधायक सुशील सिंह की कंपनी समेत पांच कंपनियों पर पड़े सीबीआई के छापे के पीछे का पूरा खेल कोयले की काली कमाई से जुड़ा हुआ है. पूर्वांचल में कई ऐसे नवधनाढ्य हैं जो इस काले हीरे की काली कमाई से रातों रात अमीर बन गए. अब कोयला बाजार से सीधे वसूली और लाभ बदल जाने के बाद अब इसको दूसरे तरीके से लाभ के धंधे में बदला जा रहा है.

पहचाना, ये आलोक तोमर जी हैं

आलोक सर कितने निर्भिक और हिम्‍मती इंसान थे इसका अंदाजा उनकी लेखनी से ही लग जाता था, पर वे कितने सरल, सहज और जीवट थे यह उनसे मिलकर ही जाना जा सकता था. मैं शायद उन खुशनसीब लोगों में से हूं, जिनको आलोक सर के दर्शन करने तथा बात करने का सौभाग्‍य प्राप्‍त हुआ. पहली मुलाकात में ही उनका आत्‍मबल देखकर मेरे भीतर भी ऊर्जा का संचार हो गया था.

एक अपवित्र तुलसी कथा

अनिल: तुलसी सिंह राजपूत ने किया कोर्ट में सरेंडर, जेल भेजे गए : किसी भी अखबार ने नहीं छापी तुलसी के सरेंडर की फोटो : हिंदुस्‍तान तथा जागरण के पत्रकारों ने ‘आज’ के फोटोग्राफर से डिलिट कराईं तस्‍वीरें : ये वो तुलसी नहीं हैं जिन्‍हें हम अपने घरों में पूजते हैं, बल्कि ये वो तुलसी हैं जो अपनी हरकतों से इस पावन नाम को भी अ‍पवित्र करते हैं. इनकी अपवित्र जड़ें अखबारों के पवित्र पन्‍नों को बदरंग कर डाला है. आइए अब आपको सुनाते हैं बेगैरत पत्रकारों के तुलसी भैया की कथा. चंदौली में चार फरवरी को कांग्रेस के पर्यवेक्षक एवं महाराष्‍ट्र से एमएलसी भाई जगताप पर जिला मुख्‍यालय पर जानलेवा हमला तथा फायरिंग करने वाले तुलसी सिंह राजपूत ने कल सायंकाल चंदौली के सीजेएम कोर्ट में आत्‍मसमर्पण कर दिया.

अनिल का नया काम- अर्थकाम.कॉम

[caption id="attachment_17240" align="alignleft" width="71"]अनिल सिंहअनिल सिंह[/caption]प्रतिभाशाली पत्रकारों में ब्लागिंग के शौक को पेशा बनाने का चलन बढ़ा : वरिष्ठ पत्रकार और आर्थिक मामलों के जानकार अनिल सिंह उर्फ अनिल रघुराज ने अर्थकाम डॉट कॉम नामक एक वेबसाइट लांच की है. आर्थिक गतिविधियों, अर्थशास्त्र, बिजनेस, मार्केट, मुद्रा के हर पहलू की बारीकी से विश्लेषण करने वाली यह वेबसाइट हिंदी भाषा में है.

संजीव, संजय, अविनाश की नई पारी, अनिल का इस्तीफा

अमर उजाला, कानपुर में दो लोगों के ज्वाइन करने की खबर है. एक हिंदुस्तान से आए हैं तो दूसरे आई-नेक्स्ट से. हिंदुस्तान, कानपुर में चीफ कापी एडिटर पद पर कार्यरत संजीव मोहन शर्मा ने इस्तीफा देकर अमर उजाला, कानपुर में डिप्टी न्यूज एडिटर के पद पर आज ज्वाइन कर लिया है. संजीव पहले भी अमर उजाला में रह चुके हैं. बताया जा रहा है कि वे सिटी डेस्क इंचार्ज के रूप में अमर उजाला में काम करेंगे. आई-नेक्स्ट, आगरा के सिटी इंचार्ज संजय त्रिपाठी ने इस्तीफा देकर अमर उजाला, कानपुर में ज्वाइन किया है. संजय आई-नेक्स्ट के सबसे पुराने लोगों में से थे. वे अमर उजाला, मेरठ से इस्तीफा देकर आई-नेक्स्ट, कानपुर की शुरुआती टीम के हिस्से बने. स्टिंग आपरेशन और क्राइम रिपोर्टिंग के कारण चर्चा में आए संजय का तबादला आई-नेक्स्ट, आगरा कर दिया गया था.