तो इसलिए अरुण शौरी से खुशवंत सिंह के रिश्ते तल्ख हुए

हिंदुस्तान टाइम्स में आज खुशवंत सिंह ने जो अपना वीकली कालम लिखा है, उसमें अरुण शौरी से लंबे समय से खराब रिश्ते का कारण बताया है. खुशवंत के मुताबिक- सच बोलना मेरे लिए अपराध बन गया. कालम के आखिर में अरुण पर भयंकर टिप्पणी करते हुए खुशवंत कहते हैं- वे ह्वील चेयर पर बैठे अपने अपाहिज बेटे की बेचारगी को दिखाने का कोई मौका नहीं चूकते. खुशवंत की भड़ास इस प्रकार है-

इंडियन एक्सप्रेस से दो बार बर्खास्त किए जाने वाला एकमात्र संपादक मैं हूं…

: मेरी बर्खास्तगी के लिए इंदिरा गांधी ने रामनाथ गोयनका पर जोरदार दबाव बनाया था… : अरुण शौरी की कहिन और जीवन के तीन सबक : ((इस बीते रविवार को इकानामिक टाइम्स ने संडे स्पेशल की कवर स्टोरी के बतौर अरुण शौरी को प्रकाशित किया है. अपनी विफलताओं और सीखे गए सबक के बारे में …