दो दिन, दो आयोजन और मेरी भागदौड़… राजेंद्र यादव से बीएचयू वालों तक…

: राजेंद्र यादव की पीसी और बीएचयू के पूर्व छात्रों की बैठक की नागरिक रिपोर्टिंग :

बीएचयू में पत्रकारिता शिक्षा के नाम पर खानापूर्ति

महोदय, आप सभी का ध्यान बीएचयू के जर्नलिज्म डिपार्टमेंट की ओर खींचना चाहता हूं. बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में पत्रकारिता शिक्षा के नाम पर हो रही है खानापूर्ति. बीएचयू  के राजीव गांधी साउथ कैम्पस में तीन वर्षों से प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक पत्रकारिता में पी.जी. डिप्लोमा का पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है. पर यहां पर प्रैक्टिकल के लिए कोई भी उपकरण उपलब्ध नहीं कराया गया है. इसके बावजूद फीस 8000 से 30000 कर दिया गया है. शिकायत करने पर कहा जाता है कि आप लोगों ने जितना फीस दिया है, वो तो टीचर को दे दिया जाता है, उपकरण हम कहा से दें.

Is Mr. Sibal listening?

: SAVE B.H.U. : The UGC in its regulations issued in June last expects from teachers that they would be “constantly under the scrutiny of his students and society at large and there is no incompatibility between his percepts and practice”, whereas distinguished professor attached to Value Center of BHU has alleged in his letter to the Vice Chancellor DP Singh, “we have recently adopted a value promotion policy for the university.