पत्रकार शंकर भाटिया ने उठाया ‘उत्‍तराखंड के सुलगते सवाल’

सुलगते सवालदस साल पहले उत्तराखंड जिन सवालों के समाधान की तलाश में वजूद में आया था, आज वे सभी सवाल फिर खतरनाक ढंग से उसका पीछा कर रहे हैं। विकास के पैमाने पर मैदान और पहाड़ के बीच की खाई पहले की अपेक्षा गहरी हुई है। पहाड़ पहले भी उत्तर प्रदेश में रहते हुए आर्थिक गतिविधियों से कटा हुआ एक उपेक्षित क्षेत्र था, और आज भी जब एक राज्य के रूप में उत्तराखंड दस साल की यात्रा पूरी कर चुका है।

जागरण, देहरादून में महसूस होने लगी जनवाणी की आहट

: कई अन्‍य अखबारों के पत्रकार नये ठिकाने की तलाश में : मेरठ से लॉच होने जा रहे दैनिक अखबार ‘जनवाणी’ की आहट देहरादून में भी थोड़ी बहुत महसूस की जाने लगी है। छोटे-बड़े अखबारों में काम रहे कई मीडियाकर्मी जनवाणी के लिए संपर्क सूत्रों की तलाश में जुटे हैं। देहरादून में विशेषकर वे पत्रकार जनवाणी की राह देख रहे हैं, जो अपने संस्थानों में विभिन्न वजहों से भेदभाव का सामना कर रहे हैं या फिर दो वक्त का चूल्हा फूंकने लायक सेलरी से भी महरूम चल रहे हैं।