मीडिया को आइना दिखाने वाला आईपीएस

[caption id="attachment_18297" align="alignnone" width="505"]कानपुर के डीआईजी प्रेम प्रकाश अपने आफिस में एक टीवी वाले को किसी घटना पर बाइट देते हुए.कानपुर के डीआईजी प्रेम प्रकाश अपने आफिस में एक टीवी वाले को किसी घटना पर बाइट देते हुए.[/caption]

: कानपुर में जागरण वालों के दिमाग ठिकाने लगाने के बाद अब हिंदुस्तान अखबार को लाइन पर लाने में लगे डीआईजी प्रेम प्रकाश : प्रेम प्रकाश आईपीएस हैं. डीआईजी के रूप में कानपुर में पोस्टेड हैं. एसएसपी का भी प्रभार उनके पास है. बीते दिनों वे सुर्खियों में तब आए जब उन्होंने जागरण वालों को खदेड़ा था. डीआईजी प्रेम प्रकाश ने कानपुर में जागरण के मालिकों महेंद्र मोहन गुप्ता व अन्य की खटिया खड़ी कर दी थी.

नौकरी लेने व गलती मढ़ने के उस्ताद हैं यहां!

दैनिक जागरण, कानपुर के संपादकीय विभाग का हाल कैसा है, इसे नीचे प्रकाशित ‘इस्तीफानामा’ को पढ़कर जाना जा सकता है. कुछ महीनों पहले अमर उजाला, नोएडा की नौकरी छोड़ सीनियर सब एडिटर पद पर दैनिक जागरण, कानपुर पहुंचे चंद्र गौरव गुप्ता ने अपने इस्तीफे के पत्र में जो लिखा है, वह यह बताने को पर्याप्त है कि जागरण, कानपुर के न्यूज रूम की स्थिति विकट है. काम का माहौल नहीं है. जुबान के पक्के नहीं हैं. जागरण, कानपुर में ही एक सज्जन ने चंद्र गौरव गुप्ता के इस्तीफे की कापी को भड़ास4मीडिया तक पहुंचाया है. इस्तीफानामा नीचे प्रकाशित कर रहे हैं. -एडिटर

दैनिक जागरण, कानपुर को पत्रकारों की जरूरत

: खराब हाल है जागरण, कानपुर के संपादकीय विभाग की : संपादकीय विभाग की आंतरिक राजनीति, अव्यवस्था, कुप्रबंधन से जूझ रहे दैनिक जागरण, कानपुर को उप संपादक और रिपोर्टर चाहिए. इससे संबंधित एक विज्ञापन कई संस्करणों में प्रकाशित किया गया है. मंगलवार को प्रकाशित विज्ञापन के अनुसार उप संपादक पद के लिए वे लोग आवेदन कर सकते हैं, जिनका जनरल डेस्क पर काम करने का तीन से पांच वर्ष का अनुभव हो. अभ्यर्थी को अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद करना आता हो, कंप्यूटर पर काम करने में सक्षम हो.

आलोक पांडेय ने दैनिक जागरण छोड़ा

दैनिक जागरण, कानपुर के सीनियर सब एडिटर आलोक पांडेय ने इस्तीफा दे दिया है. वे जनरल डेस्क पर सेकेंड इंचार्ज के रूप में कार्यरत थे. आलोक जागरण कानपुर के साथ पिछले सात वर्षों से थे.