फरजंद भाई की जय हो

अमिताभमैंने भड़ास पर इंडिया टुडे के लब्धप्रतिष्ठ और अति-सम्मानित पत्रकार फरजंद अहमद से जुडी एक खबर देखी और उसी खबर के नीचे फरजंद साहब का एक कमेंट भी देखा जिसमें उन्होंने यशवंत द्वारा प्रस्तुत सामग्री पर अपना एतराज़ जताया है. इस पूरे प्रकरण के विषय में अनभिज्ञ होने के नाते मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूँगा पर फरजंद भाई का जिक्र आ जाने के कारण उन के सम्बन्ध में अपने विचार अवश्य प्रकट करूँगा.

फरजंद अहमद के साथ इंडिया टुडे मैनेजमेंट ने अच्छा सुलूक नहीं किया

: कांट्रैक्ट रीन्यू न करने का फरमान :हिंदी पट्टी में इंडिया टुडे मैग्जीन के पर्याय बन चुके वरिष्ठ पत्रकार फरजंद अहमद के बारे में खबर मिल रही है कि संस्थान अब उन्हें एक्सटेंशन देने से मना कर रहा है. संभवतः 30 अप्रैल के बाद फरजंद अहमद इंडिया टुडे के साथ नहीं रहेंगे. सूत्रों के मुताबिक इंडिया टुडे में एमजे अकबर के आने के बाद से पुराने लोगों की विदाई का सिलसिला तेज हुआ है. मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कई लोगों को इंडिया टुडे से कार्यमुक्त किया जा चुका है.