एक तरफ जहां हिंदुस्तान नए-नए संस्करण खोलने में जुटा हुआ है, वहीं कुछ माह पहले जोरशोर से शुरू हुए कोलकाता एडिशन का प्रकाशन बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि अखबार के मार्केट न पकड़ने, प्रसार लगातार गिरने, कोलकाता आफिस में अंदरुनी राजनीति चरम पर होने के कारण प्रबंधन संस्करण का प्रकाशन बंद करा दिया है. अब इसे नए सिरे से री-लांच करने की तैयारी की जा रही है. वैसे भी यह संस्करण राजेंद्र तिवारी के कार्यकाल में लांच हुआ था, जो अब हिंदुस्तान से जा चुके हैं.