तो इसलिए कनिमोझी की वकालत कर रहे थे एमजे अकबर!

पिछले दिनों भड़ास4मीडिया पर इंडिया टुडे में प्रकाशित एमजे अकबर का संपादकीय प्रकाशित किया गया था, जिसके जरिए पाठकों को बताया गया कि किस तरह एक बड़े नाम वाला संपादक एमजे अकबर अपने करियर के उत्तरार्ध में आकर भ्रष्टाचारियों पर रहम किए जाने की कुतार्किक वकालत कर रहा है. उस लेख को आप इस हेडिंग… एमजे अकबर बेशर्मी से कर रहे हैं कनिमोली की वकालत…. पर क्लिक करके फिर से पढ़ सकते हैं.

फरजंद अहमद के साथ इंडिया टुडे मैनेजमेंट ने अच्छा सुलूक नहीं किया

: कांट्रैक्ट रीन्यू न करने का फरमान :हिंदी पट्टी में इंडिया टुडे मैग्जीन के पर्याय बन चुके वरिष्ठ पत्रकार फरजंद अहमद के बारे में खबर मिल रही है कि संस्थान अब उन्हें एक्सटेंशन देने से मना कर रहा है. संभवतः 30 अप्रैल के बाद फरजंद अहमद इंडिया टुडे के साथ नहीं रहेंगे. सूत्रों के मुताबिक इंडिया टुडे में एमजे अकबर के आने के बाद से पुराने लोगों की विदाई का सिलसिला तेज हुआ है. मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कई लोगों को इंडिया टुडे से कार्यमुक्त किया जा चुका है.