विक्रमराव के खत पर सुलगने लगी आग, आरोपों के खिलाफ कमर-कसी शुरू

कुमार सौवीरके. विक्रमराव का आरोप है कि यूपी प्रेस क्‍लब और वहां यूपी वर्किंग जर्नलिस्‍ट एसोसियेशन के कार्यालय पर कुछ लोगों ने कब्‍जा करने की साजिशें रची थी। विक्रमराव के मुताबिक यह करीब तीस साल पहले की बात है। उनका आरोप है कि इसके लिए कुछ लोग फर्जी तौर पर यूपी डब्‍ल्‍यूजेए के पदाधिकारी भी बन गये थे।

लखनऊ के मठाधीश पत्रकारों! बताओ तुम्‍हारी औकात क्‍या है

कुमार सौवीर: के. विक्रमराव ने खोली दलालों-मठाधीशों की पोल-पट्टी : माफिया जैसी हरकतें है जोखू और रवींद्र सिंह की : फुटपाथ पर रेस्‍ट्रां का ठेका देकर होती है भारी उगाही : न वेतन और न कोई संस्‍थान, फिर ये लोग कैसे पत्रकार बन कर बैठे हैं प्रेस क्‍लब में : बीस सालों से क्यों नहीं कराया गया प्रेस क्‍लब का नवीनीकरण : लाइब्रेरी की जगह में की जाती है शराबखोरी :