लेट्स फाइंड आउट ए न्यू एनेमी फॉर एमेरिका…!

मुकेश कुमारराष्ट्रपति बराक ओबामा इस उम्मीद से खुश थे कि ओसामा बिन लादेन  को निपटाने के बाद उनकी रेटिंग में सुधार होगा और अगले चुनाव में वे पूरे हौसले के साथ उतर सकेंगे।  खुशी में वे बल्लियों उछल रहे थे और तमाम अफसरों को बुला-बुलाकर बातें कर रहे थे। मगर कुछ अफसरों से मिलने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि वे बहुत खुश नहीं हैं, जितना होना चाहिए बल्कि तनाव में दिख रहे हैं।

एनडीटीवी वालों ने तो ओबामा के सिर में गोलियां उतार दी

जल्दबाजी में गल्तियां हो जाया करती हैं. लेकिन एनडीटीवी वालों से ये उम्मीद नहीं रखते कि वे इतनी बड़ी गल्ती प्रसारित कर देंगे. एनडीटीवी जैसे बड़े मीडिया संस्थानों में किसी काम को फाइनल टच देने से पहले कई लोग उसे चेक करते हैं, ओके करते हैं. तो क्या, सब के सब अंधे हो गए थे. लगता तो ऐसा ही है.