दलाली की लंका में एक शख्स ने यूं लगाई आग

यह एक अदभुत आलेख है. कहानी की तरह. लेकिन पूरी तरह सच्ची. सत्ता के इर्द-गिर्द फैले दलालों की अंतर्कथा. कैसे एक दोस्त अपमान, उपेक्षा और दुर्व्यवहार के चलते विभीषण बनकर पूरी लंका ढहा डालता है. दलाली की लंका के इस भेदिये आर. पांडेय की अंतर्कथा को प्रकाशित किया है प्रभात खबर ने. आर. पांडेय ने कैसे बिनोद सिन्हा के सारे दस्तावेज हासिल किए, किस तरह आर. पांडेय के एक सगे ने उन दस्तावेजों के बदले बिनोद सिन्हा से 10 लाख रुपये में सौदा कर लिया, किस तरह आर पांडेय जीवन-मौत के खौफ के बीच अपने अभियान को चलाते रहे, पूरा विवरण खुद मुहैया करा रहे हैं आर. पांडेय.

कोड़ा के नजदीकी कई पत्रकारों से पूछताछ

: अरुप चटर्जी और उनकी कंपनी प्रणामी कम्युनिकेशन को जांच में क्लीनकिट : खबर है कि रांची के कई पत्रकारों को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने तलब किया है. इनमें प्रिंट व टीवी, दोनों के पत्रकार हैं. सूत्रों के मुताबिक एक न्यूज चैनल के ब्यूरो चीफ को भी आईटी डिपार्टमेंट द्वारा बुलाया गया. इन सभी लोगों पर आरोप है कि मधु कोड़ा से पैसे लिए और उन्हें चुनाव में ओबलाइज किया. हालांकि मधु कोड़ा भ्रष्टाचार मामले की जांच के दौरान इन पत्रकारों को आईटी डिपार्टमेंट द्वारा सम्मन जारी किए जाने को रुटीन की कार्यवाही बताया जा रहा है पर मीडिया के जानकारों का कहना है कि यहां भी पेड न्यूज का मामला है.