बिहार में अब खबरें वही, जो सरकारी विज्ञापन दिलाए

बिहार की मीडिया में खबरें वही बनती है, जिससे सरकार खुश रहे और सरकारी विज्ञापन मिलता रहे. ऐसा कोई भी मीडिया हाउस नहीं हैं, जो सरकार के खिलाफ मुंह खोलने की कोशिश करे. खबरें वही बनाई जाती हैं, जिससे सरकार का मन मोह लिया जाये. बेचारे पत्रकार भी ऐसी खबर लिखते हैं, जिससे विज्ञापन पर रोक न लगे. वैसे भी सरकार की कमियों पर खबरें अखबार में छापी नहीं जाती हैं, तो बेचारे पत्रकार क्‍या करें.

न्यूज24 में डबल प्रमोशन और इनक्रीमेंट से खुशी

न्यूज24 की टीम प्रसन्न है. लंबे समय से प्रतीक्षित इनक्रीमेंट-प्रमोशन का दौर शुरू हो चुका है. खबर है कि 25 हजार रुपये और इससे कम सेलरी पाने वालों की सेलरी में 25 से 40 फीसदी तक का इनक्रीमेंट कर दिया गया है. 25 हजार से ज्यादा पाने वालों का पैसा अभी नहीं बढ़ा है लेकिन पद सभी का बढ़ा दिया गया है. एसोसिएट एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर (एईपी) के रूप में कार्यरत अरुण पांडेय, शादाब मुज्तबा, मनीष कुमार को तरक्की देकर एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर (ईपी) बना दिया गया है.