यों पतन को प्राप्त हुआ चंडीगढ़ प्रेस क्लब

अपन प्रेस क्लब और उसके पतित पथ की बात करें, उस से पहले एक छोटा, सच्चा किस्सा. आखों देखा, मेरे गाँव का. कोई बीस तीस शिकारी कुत्ते ले के शिकारियों ने हांका लगाया हुआ था कि गन्ने के खेतों से जान बचाता एक हिरन निकला. जान जाती देख शायद जानवर को भी अकल आई. उधर खेतों में कहीं एक बुज़ुर्ग किसान था. हिरन सीधा उसके पास आ बैठा. किसान मेंड़ बना रहा था. बनाता रहा.