पुलिस बर्बरता का शिकार पत्रकारिता का छात्र

: आंख में गंभीर चोट, पांच टांके लगे : दरोगा का बेटा होने के बावजूद नहीं बख्शा : देहरादून। मित्रता, सेवा, सुरक्षा को अपना मूल ध्येय और खुद को जन मित्र होने का दावा करने वाली उत्तराखंड पुलिस ने मंगलवार को इन वाक्यों के ठीक विपरीत आचरण करते हुए पत्रकारिता के एक छात्र के साथ जमकर बदसलूकी। एसपी सिटी देहरादून की गाडी पर सवार पुलिसकर्मियों ने उसे बेवजह रोक कर बेरहमी से पीटा। उसकी आंख पर गंभीर चोट आई और पांच टांके लगे हैं।  युवक का नाम संदीप सिंह धारीवाल है और वह राजधानी के मोहिनी रोड क्षेत्र का निवासी है। संदीप ने पुलिस कर्मियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस ने उसकी सोने की चेन और कुछ नगदी भी छीन ली। जब उसने घटना की सूचना अपने परिजनों को देने कि कोशिश की तो उसका मोबाइल भी छीनकर तोड़ दिया गया।

लाठी न खरीद पाए तो लाठियों से पीटा

: जौनपुर में पुलिस वालों ने दुकानदार को सरेआम बेइज्जत किया : कान में तेल डाल माया भजन गा रहे करमवीर और ब्रजलाल : यूपी पुलिस किस कदर बेलगाम हो गई है, इसके नित नए नए वाकये सामने आ रहे हैं. ऐसे ऐसे प्रकरण पता चल रहे हैं जिसे सुनकर किसी भी सभ्य इंसान का सिर शर्म से झुक जाए. लेकिन यूपी पुलिस के मुखिया करमवीर और उनके सहयोगी ब्रजलाल का सिर कतई शर्म से नहीं झुकता क्योंकि ये दोनों बेहद बेशर्म हो चुके हैं, अपनी जनता के प्रति, अपनी ड्यूटी के प्रति, अपने दायित्व के प्रति और लोकतंत्र के प्रति. इन दोनों अधिकारियों ने मान लिया है कि सिर्फ मायावती के प्रति निष्ठावान होने, सिर्फ मायावती के आगे सिर झुकाने के कारण उनका कोई बाल बांका नहीं कर सकता.

फोटोग्राफर राजीव यूपी पुलिस का नया शिकार

बदायूं से खबर है कि हिंदुस्तान अखबार के फोटोग्राफर राजीव कुमार को पुलिस वालों ने इसलिए पीट दिया क्योंकि वे पुलिस द्वारा खुलेआम प्रताड़ित किए जा रहे एक युवक की तस्वीर ले रहे थे. तस्वीर खींचते देख पुलिस वालों ने आपा खो दिया और राजीव को पीटना शुरू कर दिया. उत्तर प्रदेश में बेलगाम हो चुकी पुलिस आए दिन मीडिया वालों व उनके परिजनों पर हमले कर रहे हैं और उनके साथ अमानवीय व्यवहार कर प्रताड़ित कर रहे हैं.