कई अखबारों की धज्जियां उड़ाने वाले आईएएस अधिकारी एवं ग्वालियर के डीएम आकाश त्रिपाठी को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने सम्मानित किया हैं. अगर इस मामले में सूत्रों की मानी जाये तो डीएम ने चिटफंडियों के कई अखबार परिवार टुडे, बीपीएन टाइम्स, केएमजे न्यूज़ चैनल आदि की धज्जियां उड़ाई थीं, जिसके चलते उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया हैं.
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मध्य प्रदेश के अख़बार मालिक सरकारी दबाव में
: रवीन्द्र जैन के बाद अवधेश बजाज हुए सरकारी दबाव के शिकार : भोपाल। मध्यप्रदेश के अख़बारों पर शिवराज सरकार का दबाव निरंतर बढ़ता जा रहा है और दबंग पत्रकार इस दबाव का शिकार हो रहे हैं। रवीन्द्र जैन के बाद इस कड़ी में एक नाम और जुड़ गया है. अवधेश बजाज ने भी अख़बार प्रबंधन से खटपट के चलते पीपुल्स समाचार के समूह सम्पादक के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है।
भ्रष्टों को सेवा विस्तार का सिफारिशी पत्र लिखवाने का रेट चालीस लाख!
भारतीय जनता पार्टी में कौन नेता है जो दागी नहीं है? आप अंदाजा लगाते रहिए. शायद ही कोई माई का लाल दूध का धुला मिले. और, ये हालात किसी एक नहीं बल्कि हर बड़ी राजनीतिक पार्टी का है. लेकिन भाजपा की चर्चा इसलिए जरूरी है क्योंकि वे लोग अपने चरित्र, चाल, चेहरा, चलन को लेकर बहुत दावे करते हैं और परंपरा व संस्कृति पर काफी हायतौबा मचाते हैं.
एमपी के सीएम की विजिट और एडीटरों की एडिटरी
मध्यप्रदेश के किसी मुख्यमंत्री ने पहली बार गणतंत्र दिवस पर ग्वालियर में तिरंगा फहराने का निर्णय लिया। इससे पहले किसी भी मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस पर ग्वालियर आकर तिरंगा नहीं फहराया। इस हिसाब से गणतंत्र दिवस पर ग्वालियर में तिरंगा फहराने वाले शिवराजसिंह मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बन गए। चूंकि मुख्यमंत्री एक दिन पहले ही शाम को ग्वालियर आ गए थे, इसलिए उन्होंने समय का सदुयपयोग भी खूब किया।
शिवराज का लंगर और भूखे पत्रकार
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सरकारी खर्चे से भोजन कराने का बहुत शौक है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री आवास का सत्कार व्यय सालाना एक से दो करोड़ के आस-पास बैठता है. वैसे यहां हम सीएम की फिज़ूलखर्ची की चर्चा नहीं कर रहे हैं. चर्चा तो उनके लंगर के आयोजन की है. हुआ यूं कि 2 सितम्बर श्री कृष्ण जन्माष्टमी को शिवराज ने पत्रकारों को रात्रिभोज पर बुलवाया. सीएम का पीआर संभालने वाले अधिकारी सभी को फोन करते हैं, इस क्षेपक के साथ…”सपरिवार आइयेगा. बहुत सेलेक्टेड लोगों को बुलाया गया है. लोकल मीडिया तक को नहीं बुलाया गया. ज़रूर आइये.”