चौकी इंचार्ज ने पत्रकार को किया अपमानित

: गाजीपुर में पुलिस की दबंगई जारी : गाजीपुर में गोरा बाजार चौकी इंचार्ज एक पत्रकार को कालार पकड़कर सबके सामने अपमानित किया। उक्‍त मामला त्रिस्‍तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान घटित हुई। सरकारी महकमें में पत्रकारों को फर्जी कहने का चलन सा हो गया है। उक्‍त दारोगा ने भी एक अखबार के पत्रकार को फर्जी कहकर मतगणना स्‍थल से बाहर निकाल दिया। इस घटना के बाद से जनपद के पत्रकारों में रोष व्‍याप्‍त है।

12 लाख रुपये महीने तनख्वाह थी संजीव की

राजेश कुमार सिंह को तीन महीने की सेलरी देकर सहारा से कार्यमुक्त किया गया : आउटपुट हेड विनोद गु्प्ता को एनसीआर न्यूज चैनल का कार्यवाहक चैनल हेड बनाया गया : सहारा मीडिया से तीन खबरें हैं. पहली तो ये कि सहारा मीडिया के सीईओ और एडिटर इन चीफ पद से पिछले दिनों कार्यमुक्त हुए वरिष्ठ पत्रकार संजीव श्रीवास्तव ने चार महीने में सहारा से लगभग एक करोड़ रुपये सेलरी व ज्वायनिंग रकम के रूप में ले गए. सहारा से जुड़े सूत्रों ने भड़ास4मीडिया को जो दस्तावेज दिखाए हैं, उसके मुताबिक संजीव ने सहारा मीडिया ज्वाइन करने के लिए ज्वायनिंग एमाउंट के रूप में 50 लाख रुपये आते ही लिए थे. उनकी महीने की सेलरी 12 लाख रुपये तय हुई थी. चार महीने में 12 लाख रुपये के हिसाब से 48 लाख रुपये सेलरी के हुए. इस तरह करीब 98 लाख रुपये, जो एक करोड़ से कुछ ही कम है, सहारा मीडिया ने चार महीने में संजीव श्रीवास्तव को दिए. सूत्रों के मुताबिक सहारा में ये परंपरा रही है कि बाहर से जब कोई चर्चित जर्नलिस्ट सहारा में लाया जाता है तो उसे अच्छी खासी रकम पेशगी और सेलरी के रूप में दी जाती है.