फ्रांस के अखबार 'लिबेरासियों' के दफ्तर में गोलीबारी की घटना के बाद हमलावर की तलाश तेज हो गई है. गोलीबारी में फोटोग्राफर का सहायक घायल हो गया है. गोलीबारी की एक और घटना पेरिस के सबसे बड़े बैंक में भी हुई है. फ्रांस की पुलिस उस आरोपी की तलाश में जुट गई है, जिस पर 27 वर्षीय शख्स पर गोलीबारी का आरोप है. फ्रांस के अखबार लिबेरासियों के दफ्तर में काम करने वाले फोटोग्राफर के सहायक के सीने और पेट में गोली लगी है.
पुलिस और अखबार के मुताबिक जख्मी व्यक्ति की हालत नाजुक है. पुलिस के मुताबिक गोलीबारी की घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गया है और उसकी तलाश में पुलिस ने अभियान छेड़ा है. अखबार के दफ्तर में फायरिंग की घटना के एक घंटे बाद सोसायटी जनरल बैंक के मुख्यालय के बाहर गोलीबारी की घटना घटी. पुलिस उस कार ड्राइवर के बयान की जांच कर रही है, जिसमें उसने बताया है कि गोली चलाने वाले ने उसे थोड़ी देर के लिए बंधक बनाया था. संदिग्ध हमलावर की तलाश में फ्रांस की राजधानी के ऊपर हेलिकॉप्टर के जरिए पुलिस तलाशी अभियान चला रही है. पुलिस अभी तक दोनों घटनाओं के जुड़े होने की पुष्टि नहीं कर पाई है. हालांकि सीसीटीवी तस्वीरों से ऐसा लगता है कि शुक्रवार को बीएफएमटीवी न्यूज चैनल के पेरिस मुख्यालय में जबरन दाखिल होने की कोशिश करता शख्स और सोमवार को फायरिंग करने वाला एक ही है.
'लिबेरासियों' के बाहर गृह मंत्री और अखबार के अधिकारी
शुक्रवार की घटना में बंदूकधारी ने अपनी शॉटगन दिखाते हुए एक वरिष्ठ संपादक को धमकी दी थी, ''अगली बार मैं तुम्हें छोड़ूंगा नहीं." सोमवार को हुई गोलीबारी की घटना के चश्मदीद फ्रांसिस्को अल्वारेज के मुताबिक, "मैंने उस आदमी को देखा उसके हाथ में शॉटगन थी और उसने टोपी पहनी हुई थी. मुझे नहीं लगता वह किसी खास व्यक्ति को मारना चाहता था. उसने पहले हवा में गोली चलाई और फिर उसके बाद एक खिड़की पर. पहली गोली से आसपास के लोग डर गए और फिर दूसरी गोली के बाद अफरा तफरी का माहौल हो गया. उसके बाद फायरिंग करने वाला वहां से फरार हो गया.''
निशाने पर अखबार
अखबार के दफ्तर में गोलीबारी की घटना के बाद पेरिस में मीडिया दफ्तरों के बाहर पहरा कड़ा कर दिया गया है. लिबेरासियों अखबार के निदेशक निकोला डेमोरैंड ने कहा कि अखबार के मुख्य द्वार पर हुई फायरिंग से सभी लोग सदमे में हैं. डेमोरैंड ने कहा, "लोकतंत्र में अगर कोई अखबार के दफ्तर में बंदूक लेकर आता है तो आप समझ सकते हैं कि ये कितनी गंभीर बात है. उस व्यक्ति की मानसिक स्थिति चाहे जो भी हो. अगर अखबार और मीडिया हाउस बंकर बन जाएंगे तो समझिए हमारे समाज में जरूर कुछ खराबी है." लिबेरासियों अखबार की पत्रकार अनास्तासिया वेसरिन उस घटना को खौफनाक बताते हुए कहती हैं, "मैं दफ्तर में दाखिल हो रही थी तभी मैंने एक शख्स को जमीन पर लेटा देखा. वह अपना पेट पकड़े था. और चारों तरफ खून फैला था. मैं रिसेप्शन पर दो लोगों से मिलीं जिनके होश उड़े हुए थे और उन्होंने बताया कि हमारे ऊपर गोलीबारी हुई है." फ्रांस के गृह मंत्री मैन्युएल वाल्स ने कहा है कि आरोपी को पकड़ने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी. साभार : डायचेवेले