बिजनौर जिले के बास्टा चौकी इंचार्ज द्वारा पत्रकारों से अभद्रता व धमकी देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। स्थानीय पत्रकारों ने दरोगा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीओ व एसडीएम से उसके निलंबन की मांग उठाई है। पुलिस व प्रशासन को कार्रवाई के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। बास्टा चौकी इंचार्ज मुस्तकीम अपनी विवादित कार्यशैली के कारण पूर्व में भी काफी चर्चित रहे हैं।
बीते आठ नवंबर को उनके रिवाल्वर से चली गोली के कारण एक व्यक्ति घायल हो गया था। वहीं क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे अपराधों पर लगाम लगाने में भी वह असफल रहे हैं। उनकी नाकामी पर जब समाचार पत्रों में खबर छपी तो उनके निशाने पर क्षेत्र के पत्रकार आ गए। शनिवार को उन्होंने शांति समिति की बैठक में एसडीएम व कोतवाली प्रभारी की मौजूदगी में पत्रकारों से अभद्रता की और झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी तक दे डाली।
चौकी इंचार्ज की करतूत उजागर होने के बावजूद कोतवाली प्रभारी व सीओ मामले पर लीपापोती करने में जुटे हैं। रविवार को भी उन्होंने पत्रकारों को चौकी इंचार्ज से समझौता करने की सलाह दी। हालांकि पत्रकारों ने उनकी बात को एक सिरे से खारिज कर दिया। देखना है कि प्रशासन अब कौन सा कदम उठाता है। इसके विरोध में रविवार को क्षेत्र के समस्त पत्रकार कोतवाली में सीओ सीपी सिंह, एसडीएम संजय सिंह व कोतवाली प्रभारी महेन्द्र यादव से मिले।
पत्रकारों ने चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सीओ को ज्ञापन सौंपा। पत्रकारों ने अफसरों को 24 घंटे के भीतर कार्रवाई न होने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। इस मौके पर नरेश जावा, पवन राज शर्मा, विनोद शर्मा, मो. हनीफ, रामअवतार सिंह, अकील अंसारी, सचिन गौड़, इकबाल अहमद, कृष्ण अवतार सिंह, अतीक कुरैशी, इदरीस जेके, अकबर, विनोद भारती व सचिन शर्मा आदि मौजूद रहे। (इनपुट : जागरण)