: अपडेट : नोएडा में मीडियाकर्मियों के साथ पुलिसिया आतंक जारी है. प्रवीण कुमार की पुलिस मीडिया कर्मियों के लिए वर्दी वाला गुंडा बनती जा रही है. पिछले कुछ दिनों में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें पत्रकारों को निशाना बनाया गया है. ताजा मामला कोतवाली सेक्टर 20 से जुड़ा हुआ है. एनबीटी के फोटो जर्नलिस्ट खालिद को एक सिपाही ने थप्पड़ मार दिया. खालिद का कसूर इतना था कि उन्होंने पुलिस के अमानवीय चरित्र का फोटो खींच लिया था.
सेक्टर 20 थाना का प्रभारी अरुण कुमार सिंह कुछ लोगों को मार पीट रहा था. इतने में नवभारत टाइम्स के फोटो जर्नलिस्ट खालिद मौके पर पहुंच गए तथा फोटो खींच लिया. इस पर अरूण भड़क गया तथा अपशब्दों को बौछार करते हुए फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी दी. अपने सीनियर को ताव खाता देखकर उसके हमराही सिपाही को भी जोश आ गया. उसने आव देखा ना ताव खालिद को एक थप्पड़ जड़ दिया. खालिद के साथ बदतमीजी भी की गई.
इस मामले की सूचना जब मीडियाकर्मियों को मिली तो पुलिस के इस हरामखोरी वाले रवैये वे नाराज हो गए. लगभग चार दर्जन की संख्या में नोएडा के पत्रकार एसएसपी प्रवीण कुमार के आवास पर पहुंच गए तथा घेराव शुरू कर दिया. इस समय प्रवीण कुमार एफवन रेस की व्यस्था संभालने में लगा हुआ था. सूचना मिलने पर वह अपने आवास पर पहुंचा तथा मीडियाकर्मियों के दबाव को देखते हुए सिपाही को सस्पेंड करने तथा अरुण कुमार को हटाने का आश्वासन दिया. हालांकि नई नियुक्ति न होने तक सेक्टर 20 का चार्ज अरुण कुमार ही संभालेगा.
दशहरा के दिन भी अमर उजाला के एक फोटो जर्नलिस्ट राजन के साथ फेस दो थाने का प्रभारी अनुज कुमार चौधरी बदतमीजी किया था. इससे भी मीडियाकर्मियों में नाराजगी थी. कुछ दिन पहले ईटीवी के पत्रकार के साथ भी एक सिपाही ने मारपीट की थी. सिपाही के मुलायम सिंह यादव और सीएम अखिलेश के नजदीकी निकल जाने से किसी तरह मामले को रफा दफा कर दिया गया. इसके पहले भी नोएडा में मीडियाकर्मियों के साथ बदतमीजी की कई घटनाएं हो चुकी हैं. प्रवीण कुमार का रिकार्ड रहा है जहां भी इसकी नियुक्ति रही है वहां मीडियाकर्मियों का उत्पीड़न जरूर हुआ है.