इंदौर. पत्रकारों पर हमले और अभद्रता की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। इंदौर के संयोगितागंज थाना क्षेत्र में स्थित केंद्रीय विद्यालय में गुरुवार को ऐसी ही घटना घटी। केवी के अध्यापक एवं कर्मचारियों ने अंग्रेजी अखबार डीएनए की रिपोर्टर को घंटों तक बंधक बनाए रखा। महिला पत्रकार की शिकायत पर पुलिस ने केवी की वाइस प्रिंसिपल और कई पुरुष कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
महिला पत्रकार श्रुति माहवाहा दोपहर में स्कूल में कोर्स के बारे में जानकारी लेने गई थी। वे स्कूल के एक अधिकारी हरिओम कौशिक से अनुमति लेकर वहां पहुंची थी। उन्होंने ही वाइस प्रिंसिपल और स्टॉफ के अन्य सदस्यों से मिलवाया था। वहां उन्हें एक संविदा शिक्षिका के साथ पांचवीं कक्षा में भेजा गया। महिला पत्रकार ने कुछ किताबों के फोटो खींचे तो स्कूल स्टॉफ ने उनसे सवाल- जवाब शुरू कर दिया। उन्हें वाइस प्रिंसिपल के चैंबर में ले जाया गया और आईडी कार्ड मांगा गया।
पुलिस को की गई शिकायत में श्रुति ने बताया है कि वे आईडी कार्ड लेकर नहीं आई थीं। पर उन्होंने कहा कि वे शिक्षा विभाग के अधिकारियों से इस संदर्भ में बात करवा सकती हैं, लेकिन उनकी कोई बात नहीं सुनी गई। इस बीच श्रुति ने वाइस प्रिंसिपल के बयान रिकॉर्ड करने की कोशिश की तो उन्होंने पुरुष कर्मचारी को मोबाइल छीनने के आदेश दिए। पुरुष कर्मचारी ने श्रुति का पीछा किया और दौड़ाया।
श्रूति ने बताया कि इतना ही नहीं पार्किंग एरिया में उसे 7-8 पुरुष कर्मचारियों ने घेर लिया। वे बदतमीजी करने लगे। मोबाइल छीनने की कोशिश करने लगे। लगभग एक घंटे तक उन्हें बंधक बनाकर वहीं रोके रखा गया। बाद में श्रुति ने अपने ऑफिस कॉल किया तब उनलोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें केवी के कर्मचारियों से मुक्त कराया। संयोगितागंज पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ बंधक बनाने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में आईपीसी 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।