: पुराने मीडियाकर्मी को काम करने से मना किया गया : लखनऊ : कुछ दिन पहले प्रभात रंजन दीन लगभग तीस लोगों की टीम के साथ कैनविज टाइम्स को ठप करके निकल गए थे. दीन के चलते कैनविज टाइम्स दीन हीन स्थिति में पहुंच गया. टीम के जाने के अगले दिन अखबार भी प्रकाशित नहीं हुआ. लखनऊ में इस बात की जबर्दस्त चर्चा रही. अखबारों में वीर रस लिखने वाले दीन के नैतिकता पर उंगली उठी. उनकी पीठ में छूरा घोंपने की आदतों पर भी लोग चर्चा करते दिखे. इस बार दीन ने दो दर्जन मीडियाकर्मियों को दीन दुखी बना दिया है.
प्रभात अपनी पूरी टीम के साथ लखनऊ से प्रकाशित होने वाले एक छोटे अखबार वॉयस ऑफ मूवमेंट पहुंच गए हैं. कैनविज से धोखेबाजी करने वाली पूरी टीम ने उनके साथ यहां ज्वाइन कर लिया है. लेकिन सबसे बुरी खबर यह है कि दीन यहां पहुंचने के साथ ही अखबार का प्रकाशन कर रहे लगभग दो दर्जन कर्मचारियों के पेट पर लात मार दी है. संपादक सुर्कीत को भी बाहर कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि यह अखबार एक पुलिसकर्मी का पुत्र प्रकाशित करता है.
सूत्रों का कहना है कि दीन ने पुलिसकर्मी के इस पुत्र को लंबे चौड़े सब्जबाग दिखाए हैं. इसी सब्जबाग के चलते इस अखबार का मालिक प्रखर कुमार सिंह ने अपने लगभग दो दर्जन मीडियाकर्मियों को काम पर आने से मना कर दिया है. बताया जा रहा है कि सभी कर्मियों को पिछले दो महीने से सैलरी भी नहीं मिली है. सूत्रों ने बताया कि मैनेजमेंट ने हटाए गए सभी कर्मचारियों को रविवार की सुबह आने को कहा है. समझा जा रहा है कि इसी दिन इन लोगों से बातचीत की जाएगी.