नई दिल्ली। कसाब को फांसी दिए जाने के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि उसकी डेड बॉडी का क्या किया जाएगा? केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बताया कि पाकिस्तान को इस बारे में एक लेटर भी भेजा गया था, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया। कसाब को फांसी दिए जाने के तुरंत बाद दोबारा पाकिस्तान को फैक्स भेजा गया है कि कसाब को फांसी पर चढ़ा दिया गया है। अगर पाकिस्तान कसाब के शरीर को लेने से इनकार करता है, तब भारत के सामने मुश्किल खड़ी हो सकती है।
कानून के हिसाब से पुलिस किसी भी मृतक के परिजनों का 72 घंटे तक इंतजार करती है। इसके बाद मैजिस्ट्रेट की इजाजत के बाद उनका धार्मिक रीति से अंतिम संस्कार कर दिया जाता है। लेकिन कसाब के मामले में ऐसा होना मुश्किल दिख रहा है। इस बारे में पाकिस्तान को भारत की तरफ से भेजे गए लेटर का जवाब नहीं आया है। आज सुबह दोबारा भेजे गए फैक्स के बाद भारत सरकार अभी पाकिस्तान के जवाब का इंतजार कर रही है।
पाकिस्तान सरकार हर बार आतंकियों को अपना मानने और शव लेने से इनकार करती रही है। इसी वजह से मुंबई में हुए आतंकी हमले में मारे गए आतंकवादियों के शवों को लंबे वक्त तक भारत में रखा गया था। समस्या यह थी कि पाकिस्तान ने शव लिए नहीं और भारत में मुस्लिम धर्म गुरुओं ने अपील की थी आतंकियों को यहां न दफनाया जाए। ऐसे में शवों के रखरखाव में काफी खर्च करना पड़ रहा था। बाद में महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आर. पाटिल ने बताया था कि इन आतंकियों के शवों को गुमनाम जगह पर दफन कर दिया गया था।
'ओसामा की तरह समंदर में दफनाया जाए' : कुछ लोगों का मानना है कि अगर पाकिस्तान कसाब के शरीर को लेने से इनकार करता है तो उसे बजाए भारत में दफनाने के, समंदर में दफन कर दिया जाए। आशंका है कि अगर कसाब को भारत में दफन किया जाता है, तो कट्टरपंथी और राष्ट्र विरोधी लोग उसे हीरो बना सकते हैं। इसी आशंका के डर से अमेरिका ने 9/11 के गुनहगार ओसामा बिना लादेन को मार गिराने के बाद उसकी डेड बॉडी को समंदर में दफन कर दिया था। ऐसे में कसाब के शरीर के साथ भी ऐसा ही किया जा सकता है। (एनबीटी)