इलाहाबाद। तीर्थराज प्रयाग के महाकुंभ में जो लोग किसी वजह से संगम स्नान का पुण्य नहीं उठा सके हैं, उनके लिए पछताने की जरूरत नहीं। अब पछतावा छोड़िए। खुशखबरी यह है कि महाशिवरात्रि के पर्व पर जहां भी हैं, वहीं से तीर्थराज प्रयाग और त्रिवेणी का मन में ध्यान कर स्नान करें। इससे महाकुंभ स्नान के बराबर पुण्य फल मिलेगा। शास्त्रों में भी इसका जिक्र स्पष्ट तौर पर मिलता है।
ज्योतिष विज्ञान में कहा गया है कि कुंभ में स्नान पर्वों के दिन गंगा, यमुना और सरस्वती वाली त्रिवेणी में स्नान करने से जन्म जन्मांतरों के पाप नष्ट हो जाते हैं। इस बार महाकुंभ होने से स्नान का पुण्य फल काफी फलदायी है। ऐसे में जो लोग संगम नगरी में रहकर स्नान, पूजा, दान का लाभ नहीं उठा सके हैं, उनके लिए अब महाशिवरात्रि का पर्व विकल्प के रूप में तैयार है। जहां भी हैं, वहीं से तीर्थराज प्रयाग और त्रिवेणी का स्मरण करते हुए स्नान करें। वह संगम स्नान का फल देगा।
कुंभ नगरी से शिवाशंकर पांडेय की रिपोर्ट.