दैनिक जागरण में फिर एक बार छंटनी जैसा माहौल बनाया जाने लगा है. पिछले दिनों कई यूनिट में एक-एक करके कर्मचारियों से इस्तीफे मांगे गए या उनका तबादला दूरदराज इलाकों में कर दिया गया. अब खबर इलाहाबाद से है. यहां पर मोडम यानी कम्युनिकेशन में कार्यरत ज्ञानेश्वर श्रीवास्तव का तबादला हिसार के लिए कर दिया गया. ज्ञानेश्वर एक दशक से भी ज्यादा समय से अखबार के साथ जुड़े हुए थे. माना जा रहा है कि उनको परेशान करने के लिए प्रबंधन ने ये तबादला किया है.
इसके बाद ज्ञानेश्वर ने हिसार ज्वाइन करने की बजाय लेबर कोर्ट में मुकदमा करते हुए प्रबंधन को नोटिस भिजवाया है. इसके बाद प्रबंधन में थोड़ी घबराहट है, परन्तु मामले को सलटाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके पहले भी बनारस में मजीठिया एवं कई मामलों को लेकर लेबर कोर्ट में मामला चल रहा है. इसमें भी प्रबंधन ने मामले को लेबर कोर्ट में लेकर जाने वाले काशी पत्रकार संघ से अखबार के पत्रकारों का इस्तीफा दिलवा दिया था.
दूसरी तरफ इलाहाबाद में कर्मचारियों का शोषण भी लगातार जारी है. कुंभ के नाम पर संपादकीय के लोगों का साप्ताहिक अवकाश समाप्त कर दिया गया है. अगर कोई किसी आवश्यक कार्य से छुट्टी पर जा रहा है तो उसके अवकाश को समायोजित किए जाने की बजाय उनका पैसा काटा जा रहा है. इसके चलते कर्मचारी काफी हत्तोसाहित एवं नाराज हैं. माना जा रहा है कि मजीठिया वेज बोर्ड लागू होने की संभावनाओं को देखते हुए जागरण प्रबंधन अपने कर्मचारियों से इस तरह का व्यवहार कर रहा है ताकि वे लोग खुद इस्तीफा देकर यहां से चले जाएं.