दैनिक जागरण के विज्ञापन फर्जीवाड़े पर फैसला सुरक्षित, 3 अप्रैल को आएगा आदेश

मुजफ्फरपुर। दैनिक जागरण के सरकारी विज्ञापन फर्जीवाड़ा से जुड़़े मुकदमे (परिवाद-पत्र संख्या-2638/2012) में मुजफ्फरपुर जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी माननीय सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने 19 मार्च को लंबी सुनवाई के बाद संज्ञान के बिंदु पर फैसला सुरक्षित रख लिया। न्यायालय ने विश्वस्तरीय इस मुकदमे में फैसला की तारीख आगामी तीन अप्रैल तय कर दी है। दैनिक हिन्दुस्तान विज्ञापन घोटाला के बाद यह दूसरा बड़ा विज्ञापन घोटाले से जुड़ा मुकदमा है। अब पूरी दुनिया की निगाहें दैनिक जागरण विज्ञापन फर्जीवाड़ा मुकदमे में न्यायिक फैसले की तारीख पर टिक गई है।

जागरण प्रबंधन शैलेंद्र पांडेय के साथ ऐसा क्‍यों कर रहा है?

जागरण प्रबंधन अपने कर्मचारियों का केवल शोषण ही नहीं करता है बल्कि उन्‍हें फंसाने तथा उन पर फर्जी मुकदमा लिखवाने में भी इसका कोई सानी नहीं है. जागरण समूह हर वो हथकंडा अपनाता है, जो वो अपने कर्मचारी को परेशान करने के लिए अपना सकता है. मामला आई नेक्‍स्‍ट, रांची से जुड़ा हुआ है. प्रबंधन ने यहां समूह के छोटे अखबार आई नेक्‍स्‍ट के मैनेजर रहे शैलेंद्र पांडेय के पीएफ को अब तक क्‍लीयर नहीं किया है, जिसके बाद शैलेंद्र ने सीधे पीएफ ऑफिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई है.

दैनिक जागरण ने झारखंड-बिहार के कई मैनेजरों को इधर-उधर किया

झारखंड में दैनिक जागरण के मैनेजमेंट विभाग में कई बड़े बदलाव किए गए हैं. हालांकि इन बदलावों से उसे झटका भी लगा है. रांची से खबर है कि सीनियर सर्कुलेशन मैनेजर विनय वर्मा का तबादला पटना के लिए कर दिया गया, जिसके बाद विनय वर्मा ने जागरण से इस्‍तीफा दे दिया. उन्‍होंने अपनी नई पारी रांची में ही पायनियर के साथ शुरू की है. उन्‍हें चंदन मित्रा के इस अखबार में जीएम बनाया गया है. विनय वर्मा का इस्‍तीफा बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है.

जागरण में राजेश यादव का गोरखपुर एवं निर्भय सिंह का बनारस तबादला

दैनिक जागरण, बनारस से खबर है कि सर्कुलेशन मैनेजर राजेश यादव का तबादला गोरखपुर कर दिया गया है. राजेश यादव लगभग डेढ़ दशक से दैनिक जागरण से जुड़े हुए हैं. अभी उन्‍होंने गोरखपुर ज्‍वाइन नहीं किया है. उनकी जगह गोरखपुर में तैनात सर्कुलेशन मैनेजर निर्भय सिंह का तबादला बनारस के लिए कर दिया गया है. खबर है कि निर्भय सिंह ने अपनी जिम्‍मेदारी संभाल ली है. राजेश यादव के गोरखपुर ज्‍वाइन करने की संभावनाओं को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं.

आई नेक्‍स्‍ट, लखनऊ में हलचल : एनई पर खबर बेचने के आरोप में संपादक को भेजा गया मेल

जागरण समूह के आई नेक्‍स्‍ट अखबार में सब कुछ सही नहीं चल रहा है. जागरण समूह के मालिकों तथा आई नेक्‍स्‍ट के संपादकों को भेजे गए एक मेल में आरोप लगाया गया है कि आई नेक्‍स्‍ट, लखनऊ के न्‍यूज एडिटर राधाकृष्‍ण त्रिपाठी संस्‍थान के एक्‍सक्‍लूसिव खबरों को प्रतिद्वंद्वी समूह दैनिक भास्‍कर के पत्रकार अज्‍येंद्र राजन शुक्‍ला को बेच रहे हैं. यह मेल आई नेक्‍स्‍ट के एडिटर आलोक सांवल समेत शैलेश गुप्‍ता, सुनील गुप्‍ता, संजय गुप्‍ता, संदीप गुप्‍ता को भी भेजा गया है.

‘जागरण पंजाबी’ को हरियाणा तथा दिल्‍ली में लांच करने की तैयारी

जागरण प्रकाशन समूह अपने पंजाबी भाषा के अखबार 'जागरण पंजाबी' का विस्‍तार करने जा रहा है. अब यह अखबार पंजाब के बाहर के राज्‍यों में मौजूद पंजाबी भाषियों को लक्ष्‍य करके हरियाणा और दिल्‍ली में अखबार को लांच करने की योजना पर काम कर रहा है. फिलहाल इस अखबार का प्रकाशन लुधियाना और जालंधर यूनिट से किया जा रहा है. दोनों यूनिटों से 15 एडिशनों का प्रकाशन हो रहा है. फिलहाल प्रबंधन इसे हरिणाया में पहले लांच करने की तैयारी कर रहा है.

दैनिक जागरण के प्रिंट लाइन में बदलाव के बाद भी नहीं चेता उत्‍तराखंड सूचना विभाग

दैनिक जागरण, हल्‍द्वानी से जागरण का अवैध प्रकाशन लंबे समय से कर रहा था. वो देहरादून के रजिस्‍ट्रेशन नम्‍बर पर ही हल्‍द्वानी से अखबार का प्रकाशन कर रहा था. इस तरह वो हल्‍द्वानी को अलग संस्‍करण घोषित करते हुए इसके लिए अलग रेट पर विज्ञापन भी प्राप्‍त कर रहा था. यानी पूरी तरह गलत तरीके से सरकारी खजाने को चूना लगा रहा था. इस बात की जानकारी होते हुए भी राज्‍य का सूचना एवं जनसंपर्क विभाग इस मामले में अंधा और बहरा बना हुआ था.

बिना रजिस्‍ट्रेशन के हल्‍द्वानी से अखबार निकाल रहा था दैनिक जागरण

दैनिक जागरण, हल्‍द्वानी में अखबार का अवैध प्रकाशन कर रहा है. बिना रजिस्‍ट्रेशन के यह अखबार देहरादून के रजिस्‍ट्रेशन नम्‍बर पर अखबार को प्रकाशित कर रहा है, जो पीआरबी एक्‍ट के तहत अवैध तथा गैरकानूनी है. इस बात का खुलासा पत्रकार एवं एक्टिविस्‍ट अयोध्‍या प्रसाद भारती द्वारा आरएनआई से मांगे एक सूचना से हुआ है. आरएनआई ने जानकारी दी है कि जागरण का उत्‍तराखंड में केवल देहरादून से रजिस्‍ट्रेशन है, जबकि हल्‍द्वानी में केवल प्रिंटिंग यूनिट है.

बीटीवी से रवींद्र कैलासिया का इस्‍तीफा, नवदुनिया जाएंगे

दैनिक भास्‍कर के चैनल बीटीवी से खबर है कि रवींद्र कैलासिया ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे इस चैनल के संपादक थे. रवींद्र अपनी नई पारी दैनिक जागरण समूह के अखबार नवदुनिया के साथ करने जा रहे हैं. नईदुनिया का भोपाल में नवदुनिया के नाम से प्रकाशन होता है. रवींद्र को यहां पर न्‍यूज एडिटर बनाया जा रहा है. संभावना है कि वे 1 मार्च को अपनी जिम्‍मेदारी संभाल लेंगे.

जागरण में छपी बच्‍चे को बेचने की खबर ने पकड़ा तूल, मामला पुलिस के पास पहुंचा

रायबरेली में दैनिक जागरण द्वारा बच्‍चे को बेचे जाने को लेकर प्रकाशित की गई खबर के मामले ने तूल पकड़ लिया है. ऑल इंडियन मेडिकल ए‍सोसिएशन के विरोध के बाद अब इस मामला पुलिस तक पहुंच गया है, जिसके बाद एसपी राजेश पाण्‍डेय ने इसकी जांच सीओ सिटी को सौंपी है. खबर है कि दैनिक जागरण ने रायबरेली के डाक्‍टर संजय रस्‍तोगी, जो कृष्‍णा नर्सिंग होम का संचालन करते हैं, के बारे में लिखा कि इनके अस्‍पताल में पैदा हुआ बच्‍चा किसी थर्ड आदमी के पास पहुंच गया. 

डाक्‍टरों का आरोप – अवैध उगाही के लिए जागरण ने छापी गलत खबर

दैनिक जागरण की पत्रकारिता हमेशा से संदिग्‍ध रही है. जागरण में ऐसे लोग ही लम्‍बे समय तक टिके रह सकते हैं जिन्‍हें दो का पांच करना आता हो. जो कैसे भी करके अपना तथा अपनी कंपनी का जेब भर सकते हों, चाहे इसके लिए उन्‍हें कितना भी गलत सही करना पड़े, नीचे गिरना पड़े. ताजा मामला उत्‍तर प्रदेश के रायबरेली जिले का है. यहां डाक्‍टरों ने दैनिक जागरण द्वारा पैसे के लिए गलत खबर प्रकाशित करने का आरोप लगाते हुए विरोध किया है.

जागरण ने इलाहाबाद से भेजा हिसार तो ज्ञानेश्‍वर ने भेजा नोटिस

दैनिक जागरण में फिर एक बार छंटनी जैसा माहौल बनाया जाने लगा है. पिछले दिनों कई यूनिट में एक-एक करके कर्मचारियों से इस्‍तीफे मांगे गए या उनका तबादला दूरदराज इलाकों में कर दिया गया. अब खबर इलाहाबाद से है. यहां पर मोडम यानी कम्‍युनिकेशन में कार्यरत ज्ञानेश्‍वर श्रीवास्‍तव का तबादला हिसार के लिए कर दिया गया. ज्ञानेश्‍वर एक दशक से भी ज्‍यादा समय से अखबार के साथ जुड़े हुए थे. माना जा रहा है कि उनको परेशान करने के लिए प्रबंधन ने ये तबादला किया है.

जागरण, हल्‍द्वानी के अवैध प्रकाशन का मामला : अयोध्‍या प्रसाद ने अपर निदेशक को लिखा पत्र

उत्‍तराखंड के वरिष्‍ठ पत्रकार अयोध्‍या प्रसाद भारती ने उत्‍तराखंड के सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के अपर निदेशक डा. अनिल चंदोला को पत्र भेज कर गलत तरीके से सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी को निस्‍तारित करने की जानकारी दी है. श्री भारती ने हल्‍द्वानी में दैनिक जागरण के अवैध प्रकाशन के संदर्भ में सूचना विभाग से कुछ जानकारियां मांगी थी, परन्‍तु विभाग द्वारा दी गई जानकारी से वे संतुष्‍ट नहीं थे.

नामधारी के समर्थकों ने जागरण के पत्रकार संजय को दी धमकी

मुरादाबाद में दैनिक जागरण के पत्रकार को धमकी मिली है. पोंटी चढ्डा बंधु हत्याकांड में पुलिस द्वारा मुख्य साजिशकर्ता बनाए गए सुखदेव सिंह नामधारी का नाम लेकर कुछ लोग पत्रकार संजय रुस्तगी को को धमकी दे रहे हैं. संजय जागरण से जुड़े हुए हैं. फोन करने वाले खुद को सुखदेव सिंह नामधारी का बेटा, भाई और करीबी बता रहे हैं. धमकी मिलने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखित में शिकायत दे दी गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

जागरण, बनारस से अमित श्रीवास्‍तव एवं सुरेश कुमार का तबादला

मजीठिया वेज बोर्ड के लागू होने की संभावनाओं को देखते हुए जागरण में एक बार फिर हलचल है. खबर है कि दैनिक जागरण, वाराणसी आईटी इंजीनियर अमित श्रीवास्‍तव का तबादला इलाहाबाद के लिए कर दिया गया है. वे पिछले बारह सालों से दैनिक जागरण को अपनी सेवा दे रहे थे. उन्‍हें प्रमोट करके इलाहाबाद में आईटी इंचार्ज बना दिया गया है, परन्‍तु माना जा रहा है कि यह कार्रवाई उन्‍हें परेशान करने के लिए की गई है.

दैनिक जागरण, पानीपत से संतोष श्रीवास्‍तव का इस्‍तीफा

दैनिक जागरण, पानीपत से खबर है कि संतोष श्रीवास्‍तव से प्रबंधन ने इस्‍तीफा मांग लिया है. वे यहां पर विज्ञापन मैनेजर के पद पर कार्यरत थे. सूत्रों का कहना है कि उनपर विज्ञापन में कुछ गड़बड़ी के आरोप लगे थे. जांच के बाद प्रबंधन ने उनसे इस्‍तीफा ले लिया. संतोष काफी समय से जागरण से …

विज्ञापन में गड़बड़ी के आरोप में जागरण के मैनेजर की नौकरी गई

विज्ञापन में मोटी रकम का खेल करने के आरोप में दैनिक जागरण के एक विज्ञापन मैनेजर को अपनी नौकरी से हाथ धोना पडा है. सोनीपत कार्यालय में तैनात अवंति कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में बाहर का रास्ता दिखाया गया है. भवानी पिगमेंट खरखौदा, आरके इंस्टीटयूट पैरा मेडिकल कालेज गन्नौर एवं हरियाणा प्लेसमेंट सोनीपत के प्रबंधन ने विज्ञापन में घोटाले की शिकायत की थी, जिस पर कानपुर से सीधी कार्रवाई की गई.

जागरण में फिर छंटनी शुरू, नोएडा में दो लोगों से मांगे गए इस्‍तीफे

दैनिक जागरण में एक बार फिर छंटनी की तलवार चलनी शुरू हो गई है. इधर, कोर्ट में मजीठिया वेज बोर्ड की सुनवाई हो रही है तो दूसरी तरफ जागरण में एक बार फिर कत्‍लेआम करने की तैयारी चल रही है. पिछले दिनों बरेली में दो लोगों को निकाले जाने का फरमान सुनाया गया था तो अबकी दो लोग नोएडा में शिकार बनने वाले हैं. बताया जा रहा है कि टीपी कम्‍युनिकेशन में दो दशक से कार्यरत गिरीश मिश्रा एवं विजय कोहली को प्रबंधन ने इस्‍तीफा देने का फरमान सुनाया है. 

आईपीसी और सीआरपीसी को लेकर दैनिक जागरण, बनारस में बवाल

दैनिक जागरण, वाराणसी में एक खबर को लेकर बवाल मचा हुआ है. बकायदे संपादकीय प्रभारी और खबर लिखने वाले रिपोर्टर के बीच एसएमएस युद्ध छिड़ा हुआ है. जो खबर लिखी गई है उसमें सीआरपीसी और आईपीसी के बीच अंतर रिपोर्टर को न समझ में आने के चलते अर्थ का अनर्थ हो गया है. सीआरपीसी यानी अपराध प्रक्रिया संहिता संशोधन विधेयक 2010 को 23 दिसम्‍बर 2010 को लोकसभा में पारित किया गया था. हालांकि इस धारा में संशोधन करने की बात 2006 से ही चल रही थी. 

क्‍या मतलब है ‘उस नूतन ठाकुर’ का?

: जागरण के विधि संवाददाता ने लिखी खबर : लखनऊ निवासी सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर द्वारा इलाहबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में रिट पेटिशन संख्या 11842/2011 दायर किया गया था. इस रिट पेटिशन के जरिये फेसबुक के खिलाफ पंजीकृत दो मुकदमे एसटीएफ या किसी विशेषज्ञ संस्था को दिये जाने की प्रार्थना की थी.

रामेश्‍वर पांडेय ने हिस्‍ट्रीशीटर को बना दिया पत्रकार

: कई मुकदमें दर्ज हैं इस पत्रकार के खिलाफ : जी हां, यह सौ फीसदी सच है। इस हिस्‍ट्रीशीटर पर हत्‍या तक का आरोप है। बताते हैं कि पुलिस इतनी आजिज हो गई थी कि इसके इनकाउंटर तक के आदेश हो गए थे। प्रहलाद सिंह नाम के एक सहकारिता माफिया के सौजन्‍य से दैनिक जागरण में बतौर स्ट्रिंगर इसका प्रवेश हुआ। मालिकान तक लगातार इसकी शिकायतें जाती रही। अखबार की नौकरी का लाभ लेकर इस शख्‍स ने सिंचाई विभाग, लोनिवि के कई इंजीनियरों से लाखों दुहा। कई तो इतने त्रस्‍त हुए कि गोरखपुर और महराजगंज से अपना स्‍थानांतरण करा लिया।

पूजा पाठ करवाने के बाद ही सही हुई जागरण की मशीन!

: कानाफूसी : कहीं किसी नई जगह पर मशीनी चीज को स्‍थापित करने के लिए शायद पूजापाठ जरूरी होता है, नहीं तो मशीन ठीक से काम नहीं करती है, परेशान करने लगती हैं. हालांकि यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि दैनिक जागरण, अलीगढ़ में जो कुछ हुआ हम उसका सार संक्षेप बता रहे हैं. अब आप इसे श्रद्धा भी कह सकते हैं और अधंविश्‍वास भी यह आप पर छोड़ा जा रहा है. पर पूजा के बाद तो जागरण के कर्मी राहत महसूस कर रहे हैं.

मिड डे ने अपना दिल्‍ली एवं बंगलुरू एडिशन बंद किया

दिल्‍ली, बंगलुरू बेस्‍ड मिड डे के पत्रकारों के लिए बुरी खबर है. सूचना है कि मिड डे अपना दिल्‍ली एवं बंगलुरू एडिशन बंद कर दिया है. इस अखबार को बंद करने का कारण इसके लगातार घाटे में चलने को बताया गया है. इस सूचना के बाद से ही इसमें काम करने वाले कई दर्जन पत्रकार एवं गैर पत्रकारों में खलबली है. सभी को संस्‍थान की तरफ से शार्ट नोटिस दे दिया गया है. गौरतलब है कि इस समूह को कुछ साल पहले जागरण ग्रुप ने टेक ओवर किया था.

दैनिक जागरण ने गोरखपुर और बनारस में नहीं छापी अन्‍ना के रैली की खबर

दैनिक जागरण, भले ही अपने नम्‍बर एक अखबार कहे पर खबरों के मामले में यह अखबार अब नम्‍बर एक नहीं रह गया है. देश-विदेश की मीडिया में लगातार फोकस रहे अन्‍ना हजारे को इस अखबार ने गोरखपुर और बनारस एडिशन अपने पन्‍ने पर जगह नहीं दिया है. अन्‍य किन एडिशनों में जगह नहीं दिया है इसकी जानकारी तो नहीं है, पर ऐसा लग रहा है कि यह अखबार या तो अन्‍ना से बचना चाह रहा है या फिर इसके पास खबरों को लेकर कोई स्‍पष्‍ट विजन नहीं है.

दैनिक जागरण, मुजफ्फरपुर में आंतरिक बदलाव के बाद असंतोष

: वरिष्‍ठ पत्रकार कमल किशोर सक्‍सेना की जगह मोहम्‍मद एखलाक बने आउटपुट हेड : दैनिक जागरण, मुजफ्फरपुर में आतंरिक घमासान मचा हुआ है. संपादकीय प्रभारी उमेश शुक्‍ल के रवैये से सीनियर पत्रकार काफी खफा है. खबर है कि अब तक आउटपुट हेड की जिम्‍मेदारी संभाल रहे डीएनई कमल किशोर सक्‍सेना से जिम्‍मेदारी ले ली गई है. उनकी जगह सीनियर सब एडिटर मोहम्‍मद एखलाक को आउटपुट हेड बना दिया गया है. बताया जा रहा है कि हाल ही में जागरण द्वारा आयोजित विभागीय परीक्षा में एखलाक फेल हो चुके हैं. इसके चलते यहां के पत्रकार और भी ज्‍यादा नाराज हैं कि काबिल पत्रकार की जगह एक फेल पत्रकार को आउटपुट हेड बना दिया गया है.

जागरण, बनारस : चीफ सब एडिटर करेंगे जिले में नौकरी, राजाराम का हस्‍ताक्षर से इनकार

दैनिक जागरण, वाराणसी से दो खबरें हैं. शुरुआत करते हैं चीफ सब एडिटर श्‍याम बिहारी श्‍यामल के तबादले की खबर से. श्‍यामल को बनारस से सोनभद्र भेज दिया गया है. यह सजा दी गई है वेबसाइट पर हुई एक गलती के चलते. हालांकि सूत्रों का कहना है कि यह गलती से ज्‍यादा आंतरिक राजनीति का परिणाम है. इसी कारण चीफ सब एडिटर श्‍यामल को सोनभद्र भेजा गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि उन्‍हें प्रभारी बनाकर नहीं बल्कि सोनभद्र के ब्‍यूरोचीफ राकेश पाण्‍डेय का सहयोगी बनाकर भेजा गया है, जो पद में उनसे जूनियर हैं. लिखने-पढ़ने में माहिर श्‍यामल यहां की लॉबी को काफी समय से खटक रहे थे. पहले उन्‍हें सिटी चीफ से डाक पर लाया गया. अब सजा का बहाना बनाकर जंगल-पहाड़ पर लिखा-पढ़ी करने के लिए भेज दिया गया है. गलती तो एक बहाना है.

सुनील एवं अभिषेक ने हिंदुस्‍तान के साथ नई पारी शुरू की

दैनिक जागरण, इलाहाबाद से खबर है कि सुनील गिरी ने इस्‍तीफा दे दिया है. उन्‍होंने अपनी नई पारी इलाहाबाद में ही हिंदुस्‍तान के साथ शुरू की है. वे काफी समय से दैनिक जागरण को अपनी सेवाएं दे रहे थे. बताया जा रहा है कि संपादकीय प्रभारी से परेशान सुनील ने मौका मिलते ही जागरण को अलविदा कह दिया.

गोरखपुर में शर्मिष्‍ठा शर्मा ने ली आई-नेक्‍स्‍ट वालों की क्‍लास

: दैनिक जागरण, बरेली में साइन करने को लेकर मामला गरम, कई ने किया इनकार : आई-नेक्स्ट, लखनऊ की एडिटर व अन्य यूनिटों की कोआर्डिनेटर शर्मिष्‍ठा शर्मा ने अपने 26 एवं 27 नवम्‍बर के गोरखपुर दौरे के दौरान आई-नेक्स्ट अखबार की कार्यप्रणाली को देखा. जागरण में मजीठिया वेज बोर्ड लागू ना करने की कवायद के तहत पहले ही आई नेक्‍स्‍ट के कर्मचारियों से साइन कराया जा चुका है. कर्मचारियों के असंतोष को देखते हुए उन्‍हें समझाने या पुचकारने की बजाय शर्मिष्‍ठा ने जमकर हड़काया. काम ठीक से करने की नसीहत भी दी. और कहा कि अब किसी का इंक्रीमेंट नहीं होगा. सभी का इंक्रीमेंट और प्रमोशन अप्रैल माह में किया जाएगा.

इन्हीं कागजातों पर जागरणकर्मियों से कराया जा रहा है हस्ताक्षर

ये उस कागज़ की मोबाइल से ली गई तस्वीरें हैं, जिस पर दैनिक जागरण वाले मजीठिया बोर्ड के खिलाफ ज़बरन हस्ताक्षर करवा रहे हैं. हस्ताक्षर न करने वाले कर्मचारियों को धमकाया जा रहा है. धमकी के ऑडियो को भी इकट्ठा कराया जा रहा है. शायद जल्द आ जाए. फिलहाल तो हस्ताक्षर कराए जाने वाले कागजों की फोटो देखें. इन कागजों पर साइन न करने वालों के लिए भी अलग से कागज़ बनाया गया है, जिस पर साइन कर देने को इस्तीफा माना जाएगा।

कई पत्रकारों ने अपने-अपने दर बदले

नवभारत टाइम्‍स से खबर है कि अनुराग अन्‍वेषी ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे समाचार संपादक बनकर अमर उजाला से जुड़ने जा रहे हैं. अनुराग नोएडा स्थित कारपोरेट आफिस में अपनी सेवाएं देंगे. अमर उजाला, नोएडा से दूसरी खबर यह है कि रवि राव ने यहां से इस्‍तीफा दे दिया है. वे अपनी नई पारी नोएडा में ही दैनिक जागरण के साथ शुरू कर रहे हैं. दैनिक जागरण, नोएडा से खबर है कि यहां से विप्‍लव चतुर्वेदी ने विदाई ले ली है. वे सब एडिटर के रूप में अमर उजाला, नोएडा से जुड़ रहे हैं.

बनारस में हस्‍ताक्षर का मामला अपर श्रमायुक्‍त के पास पहुंचा, हड़कम्‍प

: पत्रकार नेता योगेश गुप्‍ता पप्‍पू एवं अजय मुखर्जी दादा ने की शिकायत : दैनिक जागरण, बनारस में म‍जीठिया वेज बोर्ड मामले में पत्रकारों की अनिच्‍छा के बावजूद जबरिया हस्‍ताक्षर करा रहे प्रबंधन के विरुद्ध समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है. दैनिक जागरण की चिरकुटई से भलीभांति अवगत काशी पत्रकार संघ के अध्‍यक्ष योगेश गुप्‍ता पप्‍पू एवं समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी दादा ने वाराणसी परिक्षेत्र के अपर श्रमायुक्‍त को पत्र लिखकर कर्मचारियों के उत्‍पीड़न का आरोप लगाया है.

अमर उजाला में स्‍पेशल करेस्‍पांडेंट बनेंगे बृजेश सिंह

: जीतेंद्र मौर्य टीवी से जुड़े : दैनिक जागरण, नोएडा से इस्‍तीफा देने वाले डीएनई बृजेश सिंह के बारे में खबर है कि वे अमर उजाला से जुड़ने जा रहे हैं. तेजतर्रार पत्रकारों में गिने जाने वाले बृजेश को अमर उजाला अपने नेशनल ब्‍यूरो में स्‍पेशल करेस्‍पांडेंट बनाने जा रहा है. हालांकि इस खबर की पूर्ण रूप से पुष्टि नहीं हो पा रही है, पर सूत्रों का कहना है कि बृजेश सिंह इसी पद पर अमर उजाला से जुड़ने वाले हैं. बृजेश सिंह काफी लम्‍बे समय से जागरण को अपनी सेवाएं दे रहे थे.

यह जागरण का विज्ञापन दाता है, इसकी खबर लगनी चाहिए

कभी कभी लाख चालाकी के बावजूद व्‍यक्ति अथवा संस्‍था का असली चरित्र सामने आ ही जाता है. पेड न्‍यूज को लेकर सबसे ज्‍यादा बदनाम रहे दैनिक जागरण किस तरह की पत्रकारिता करता है, उसकी एक ऑन लाइन खबर से साफ नजर आ जाता है. अखबार में जनसरोकार से ज्‍यादा विज्ञापन देने वालों को कितना महत्‍व दिया जाता है इसका प्रमाण है चंदौली की एक खबर. बनारस यूनिट से जुड़े इस जिले से एक खबर भेजी गई है, जिसमें शायद हेडिंग के आगे विज्ञापनदाता लिखकर खबर को महत्‍व देने के बारे में पेज देखने वाले को बताया गया है, पर विडम्‍बना कि इस खबर को नेट पर डालने वाले ने कुछ नहीं देखा और जस का तस उसे वेबसाइट पर डाल दिया.

आगरा में जागरण के हस्‍ताक्षर अभियान के खिलाफ भगत सिंह बने रवि प्रकाश मौर्य

: बनारस में भी कराया गया पत्रकारों से सिग्‍नेचर : आगरा से खबर है कि यहां पर भी मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर चलाए गए हस्‍ताक्षर अभियान का काम पूरा कर लिया गया है. पर यहां पर एक कर्मचारी ने जागरण प्रबंधकों के इस मंशा का विरोध कर दिया है. सूत्रों का कहना है कि समाचार संपादक आनंद शर्मा लोगों को समझा बुझाकर हस्‍ताक्षर अभियान पूरा करवा लिए. उन्‍होंने आफ द रिकार्ड सहयोगियों से यह भी कहा कि इससे कुछ होना जाना नहीं है, कोई पत्रकार सुप्रीम कोर्ट जाएगा तो हम सभी का भला हो जाएगा. मतलब जागरण के तमाम वरिष्‍ठ पत्रकार यह भी चाहते हैं कि उनको मजीठिया वेज बोर्ड का लाभ मिले और वो प्रबंधन की नजर में भी हीरो बने रहें यानी भगत सिंह कोई और बने.

चेतन शारदा, मुकेश टंडन, विजय झा एवं राजन मिश्र ने शुरू की नई पारी

दैनिक भास्‍कर से सूचना है कि हिमाचल के संपादक एवं वरिष्‍ठ पत्रकार चेतन शारदा ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे अपनी नई पारी पंजाब से जल्‍द लांच होने जा रहे अखबार नया सवेरा से शुरू करने जा रहे हैं. इन्‍हें कार्यकारी संपादक बनाया गया है. बताया जा रहा है कि चेतन शारदा के नेतृत्‍व में ही यह अखबार लांच किया जाएगा. चेतन शारदा इसके पहले दैनिक जागरण और पंजाब केसरी को भी वरिष्‍ठ पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

विनय मिश्र और सूरज सनवाल नए ठिकानों पर पहुंचे

देश लाइव न्‍यूज, पटना से खबर है कि बिहार के ब्‍यूरो प्रमुख विनय मिश्र ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे अपनी नई पारी दैनिक जागरण के साथ शुरू करने जा रहे हैं. देश लाइव आने से पहले विनय भुवनेश्‍वर में सन्‍मार्ग के संपादकीय प्रभारी थे तथा स्‍थानीय संपादक के रूप में कामकाज देख रहे थे. दैनिक जागरण से करियर शुरू करने वाले विनय की जागरण संग दूसरी पारी है. वे प्रभात खबर में सिटी इंचार्ज भी रहे. बांग्‍ला न्‍यूज चैनल 'चैनल टेन' से भी जुड़े रहे.

शैलेंद्रमणि का चौदह साल का राज खत्‍म, अब प्रिंट लाइन में सीकेटी का नाम

चौदह साल तक गोरखपुर में दैनिक जागरण की गद्दी संभालने वाले शैलेंद्र मणि को वनवास पर भेजे जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. अखबार को गोरखपुर में नई उंचाई देने वाले शैलेंद्रमणि के वनवास की खबरें तभी से आनी शुरू हो गई थी, जब चंद्रकांत त्रिपाठी उर्फ सीकेटी से बरेली की गद्दी छीनकर गोरखपुर भेजा गया था. पहली बार शैलेंद्रमणि को संपादकीय से हटाकर केके शुक्‍ला को प्रभारी बनाकर वनवास पर भेजने की शुरुआत की गई थी. इसके बाद भी प्रकाशक के रूप में शैलेंद्रमणि का नाम दैनिक जागरण के प्रिंट लाइन में जा रहा था.

बनारस के बाद गोरखपुर में भी जागरण का हस्‍ताक्षर करो अभियान पूरा

वाह रे दैनिक जागरण! कितना फर्क है इस अखबार के कथनी और करनी में. कहने को तो अखबार अपने पन्‍नों पर सरोकार को लेकर लम्‍बी-चौड़ी बातें करता है. अपने सात सरोकार को लेकर अक्‍सर कहीं ना कहीं लम्‍बी चौड़ी भाषण झाड़ता है, जिसमें गरीबी उन्‍मूलन, बराबरी समेत तमाम बातें लिखी रहती हैं. पहल जैसी संस्‍था के बैनर तले तमाम सामाजिक सरोकार के आयोजन करता रहता है, पर हकीकत में यह अखबार और इसका प्रबंधन कितना गिरा हुआ है, इसे मजीठिया वेज बोर्ड की अधिसूचना लागू करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद देखा जा सकता है.

दैनिक जागरण से इस्‍तीफा देंगे डीएनई बृजेश सिंह

दैनिक जागरण, नोएडा में तैनात डीएनई बृजेश सिंह अब संस्‍थान से अलग होने जा रहे हैं. जागरण के तेजतर्रार पत्रकारों में‍ गिने जाने वाले बृजेश सिंह का जाना जागरण के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है. वे जागरण में प्रथम पेज की जिम्‍मेदारी संभाल रहे थे. उन्‍होंने प्रबंधन को इस्‍तीफे का नोटिस थमा दिया …

एजीएम सरकुलेशन वीपीएस भदौरिया ने पत्रिका से दिया इस्तीफा

पत्रिका, भोपाल से खबर है कि एजीएम सर्कुलेशन वीपीएस भदौरिया ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे काफी समय से पत्रिका से जुड़े हुए थे. मध्‍य प्रदेश में पत्रिका को प्रसार के स्‍तर पर सफलता दिलाने में भदौरिया का काफी योगदान रहा है. बताया जा रहा है कि प्रबंधन के लगातार कुछ खास लोगों की ही सुनने से वीपीएस नाराज चल रहे थे. वे अपनी नई पारी कहां से शुरू करने जा रहे हैं इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. वीपीएस पत्रिका के पहले भी कई अखबारों को अपनी सेवाएं दे चुके हैं. खबर है कि प्रबंधन की एक खास प्रदेश के लोगों को ही तवज्‍जो देने के चलते संपादकीय से भी कुछ लोग इस्‍तीफा दे सकते हैं.

अजय, अमित की नई पारी, अभिलाष का तबादला

नई दुनिया, दिल्‍ली से खबर है कि अजय पांडेय ने नई दुनिया से इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर रिपोर्टर थे तथा दिल्‍ली सरकार देखते थे. इन्‍होंने अपनी नई पारी दैनिक जागरण से शुरू की है. उन्‍हें यहां भी रिपोर्टिंग की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है. अजय प्रकाश मिश्रा को रिपोर्ट करेंगे. इसके पहले वे हिंदुस्‍तान को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

पानीपत में जागरण के पत्रकारों पर हमला के मामले में दो गिरफ्तार

: पत्रकार संगठनों ने हमले की निंदा की : पानीपत : बुधवार की देर रात नांगलखेड़ी मोड़ पर दैनिक जागरण के पांच पत्रकारों के साथ हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों नांगलखेड़ी के रहने वाले हैं। इन दोनों की पहचान मनोज पुत्र पिरथी सिंह और बिट्टू पुत्र हरबीर के रूप में हुई है। इस बारे में पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने कहा है कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है अन्य आरोपियों को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

पानीपत में दैनिक जागरण के पत्रकारों पर हमला

दैनिक जागरण, पानीपत के पांच पत्रकारों पर कुछ बदमाशों ने हमला कर दिया. सभी बदमाश शराब के नशे में धुत थे. पत्रकारों से मारपीट करने की कोशिश की गई. किसी तरह पत्रकारों ने इधर उधर भाग कर अपनी जान बचाई. पत्रकारों की सूचना पर मौके पर जागरण कई और पत्रकार भी पहुंच गए. कई बार फोन करने के बाद भी क्षेत्रीय चौकी-थाने के इंचार्ज मौके पर नहीं पहुंचे, जिसके बाद पत्रकारों ने वरिष्‍ठ अधिकारियों को फोन किया. पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले का जायजा लिया. तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. 

विकास आज समाज पहुंचे, राजेश को छुट्टी पर भेजा गया

आज समाज, अंबाला से विकास उप्रेती ने अपनी नई पारी ने अपनी नई पारी शुरू की है. उन्‍होंने एचआर डिपार्टमेंट में सीनियर एक्‍जीक्‍यूटिव के पद पर ज्‍वाइन किया है. इसके पहले वे अमर उजाला में असिस्‍टेंट एचआर के पद पर कार्यरत थे. वे पिछले पांच सालों से इस फील्‍ड में कार्यरत हैं. 

आगरा में दैनिक जागरण के पच्‍चीस वर्ष पूरे

आगरा में रविवार को दैनिक जागरण ने पच्‍चीस साल पूरे किये. नरेंद्र मोहन गुप्‍त ने 30 अक्‍टूबर 1986 को दैनिक जागरण की नींव यहां रखी थी. जागरण यूनिट में इस दौरान हवन पूजन का कार्यक्रम हुआ. जागरण के रजत जयंती के अवसर पर डाक विभाग ने एक विशेष आवरण और डाक टिकट जारी किया. इस मौके पर अखबार ने अपने इंटरनेट सेक्‍शन में यहां से प्रकाशित पहले दिन के अखबार को पहले पन्‍ने पर जगह दी है. नीचे जागरण में इस मौके पर प्रकाशित खबरें. जागरण ने अपने पाठकों का भी आभार जताया है.  

आलोक शुक्‍ला बने दैनिक जागरण, हल्‍द्वानी के संपादक

: दिनेश ने जनवाणी ज्‍वाइन किया : दैनिक जागरण, हल्‍द्वानी से खबर है कि आलोक शुक्‍ला यहां के नए स्‍थानीय संपादक बना दिए गए हैं. अब तक इस पद पर जिम्‍मेदारी निभा रहे राजीव शुक्‍ला को असिस्‍टेंट संपादक बना दिया गया है. गौरतलब है कि आलोक शुक्‍ला इसके पहले हल्‍द्वानी में ही अमर उजाला के संपादक के पद पर कार्यरत थे. प्रबंधन ने उनकी जगह मेरठ में तैनात सुनील शाह को संपादकीय प्रभारी बनाकर हल्‍द्वानी भेज दिया था तथा आलोक शुक्‍ला को नोएडा स्थित कारपोरेट ऑफिस से अटैच कर दिया था. इसके बाद उन्‍होंने अमर उजाला से इस्‍तीफा दे दिया. इस संदर्भ में और जानकारी के लिए जब आलोक शुक्‍ला को फोन किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ बताता रहा.  जब दैनिक जागरण, बरेली के सीजीएम एएन सिंह से संपर्क किया गया तो उन्‍होंने आलोक शुक्‍ला को हल्‍द्वानी का संपादक बनाए जाने की पुष्टि की.

लुटेरों ने जागरण के दो कर्मचारियों को लूटा

खबर है कि दैनिक जागरण, जालंधर के पत्रकार व एक आपरेटर को अज्ञात लुटेरों ने लूट लिया। लुटने वालों में दैनिक जागरण के सब एडिटर संत लाल व आपरेटर रमेश चंद डोगरा हैं। कुछ महीनों के भीतर यह आठवीं घटना है, जब जागरण के स्टाफ का कोई व्यक्ति लूटा गया हो। दोनों रात को अपनी ड्यूटी खत्म करके घर जा रहे थे कि सोढल नामक स्थान पर इनको लुटेरों ने घेर लिया तथा दोनों की गर्दनों पर तलवारें लगा दीं। दोनों के मोबाइल सेट व पर्स निकाल कर ले गए।

दैनिक जागरण के पत्रकार को पितृशोक

चंदौली : दैनिक जागरण के पत्रकार बद्री प्रसाद केशरी के पिता काशी प्रसाद केशरी का 95 वर्ष की अवस्था में शुक्रवार को निधन हो गया. वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे तथा उनका इलाज चकिया स्थित उनके आवास पर चल रहा था. वे अपने पीछे चार पुत्र एवं चार पुत्रियों का भरा …

मोहन राजपूत गए थे चीन, पहुंचा दिए गए हल्‍द्वानी

दैनिक जागरण, उधमसिंह नगर के ब्यूरो चीफ मोहन राजपूत चीन के पांच दिवसीय दौरे से लौट आए हैं। वह प्रमुख औद्योगिक संगठन कुमाऊं गढ़वाल चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के शिष्‍टमंडल के साथ चीन गए थे। शिष्टमंडल वहां के सुप्रसिद्ध कैंटन फेयर में हिस्सा लेने गया था। इसका मकसद वहां से आधुनिक मशीनरी, उत्पाद व तकनीक का आयात करना था, जिससे  चैंबर से जुड़े उद्यमी अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ा सकें।

कोलकाता के हिंदी पत्रकारों की स्थिति खराब, खून पी रहा दैनिक जागरण

कोलकाता में हिंदी पत्रकारिता वैसे ही दुर्दिन में चल रही है, उस पर खुद को देश का नंबर एक अखबार बताने वाले दैनिक जागरण की हालत भी खराब हो गई है. जनसेवा के नाम पर पत्रकारिता की दुकानदारी चलाने वाला जागरण अब अपने पत्रकारों को ठीक से वेतन भी नहीं दे रहा है. पहले ही यहां के पत्रकारों से कम वेतन पर काम करवाया जा रहा है. दूसरे कुछ पत्रकारों को अपना तनख्‍वाह बाजार से ही उठाने का निर्देश दे दिया गया है. यानी विज्ञापन से लाओ चाहे मार्केट से किसी को ब्‍लैकमेल करके के उठाओ इससे जागरण को कोई मतलब नहीं है.