दैनिक जागरण की पत्रकारिता हमेशा से संदिग्ध रही है. जागरण में ऐसे लोग ही लम्बे समय तक टिके रह सकते हैं जिन्हें दो का पांच करना आता हो. जो कैसे भी करके अपना तथा अपनी कंपनी का जेब भर सकते हों, चाहे इसके लिए उन्हें कितना भी गलत सही करना पड़े, नीचे गिरना पड़े. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले का है. यहां डाक्टरों ने दैनिक जागरण द्वारा पैसे के लिए गलत खबर प्रकाशित करने का आरोप लगाते हुए विरोध किया है.
ऑल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रायबरेली के बैनर तले बैठक करके डाक्टरों ने दैनिक जागरण के बहिष्कार का फैसला लिया है. डाक्टरों का आरोप है कि अखबार के ब्यूरोचीफ पैसा के लिए गलत खबर प्रकाशित की, पैसा नहीं मिलने पर उसने कई डाक्टरों की गरिमा हनन करने वाली खबरें छाप डाली. डाक्टरों ने तय किया है कि वे न तो दैनिक जागरण अखबार पढ़ेंगे और ना ही इसे किसी प्रकार का विज्ञापन देंगे. वे लोग अपने परिचितों को इस अखबार से दूर रहने की अपील करेंगे.
पेड न्यूज में माहिर इस अखबार पर गलत खबरें प्रकाशित करके वसूली करने के आरोप तमाम जगहों पर पहले भी लगते रहे हैं, लेकिन इस बार तो रायबरेली के डाक्टर बाकायदा इसके खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है. धीरे धीरे ही सही दैनिक जागरण अब लोगों के नजरों से उतरता जा रहा है. अपने कर्मचारियों का खून चूसने वाला यह संस्थान पत्रकारों को कम पैसा देता है और मानकर चलता है कि वे लोग दलाली करके अपना खर्च निकाल लेंगे. डाक्टरों के विरोध का असर जागरण के प्रबंधन पर कितना पड़ेगा देखने वाली बात होगी.