नई दिल्ली। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में जनसंदेश टाइम्स वाराणसी के उप समाचार संपादक विजय विनीत को जनमित्र अवार्ड से नवाजा गया। यह सम्मान पत्रकारिता के माध्यम से प्रदेश के अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करने और मानवाधिकार उल्लंघन रोकने के क्षेत्र में किए गए अतुलनीय प्रयास के लिए दिया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में देश की नामचीन हस्तियां उपस्थित थीं।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता दिवस एवं अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्या पर नई दिल्ली के रफी मार्ग स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब के स्पीकर हाल में आयोजित सम्मान समारोह में रिस्पेक्ट सर्वाइवर एंड एबालिश टार्चर नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। पीपुल्स विजिलेंस कमेटी आन ह्यूमन राट्स (पीवीसीएचआर) एवं ह्यूमन राट्स ला नेटवर्क (एचआरएलएन) के संयुक्त तत्वावधान में संवाद कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक मुस्लिमों के मुद्दे पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों और सांसदों ने हिस्सा लिया।
संवाद कार्यक्रम में राशिद अल्वी ने कहा कि दक्षिण एशिया में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे हैं। यह संगठित हिंसा, पुलिसिया अत्याचार, भेदभावऔर धर्म निरपेक्ष लोकतंत्र पर खतरा है। पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू और ईसाई समुदाय पर एवं भारत में मुसलमान और ईसाई समुदाय पर हमले आज कुछ सांप्रदायिक शक्तियों के राजनीतिक हथियार बन चुके हैं। भारत की साझा संस्कृति और धर्मनिरपेक्षता की परंपरा को मजबूत करने की दिशा में भारत में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय पर पुलिसिया अत्याचार एवं सांप्रदायिक हिंसा के रूप में होने वाले हमलों पर मानवाधिकार जननिगरानी समिति एवं ह्यूमन राइट ला नेटवर्क पिछले तीन सालों में संयुक्त रूप से करीब 1500 मामलों पर सघन विष्लेषण कर चुके हैं। साथ ही उन तथ्यों के आधार पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है।
इस अवसर पर ह्यूमन राइट्स ला नेटवर्क के संस्थापक निदेशक एवं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कालिन गोंजाल्विस ने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग सहित देश में कार्यरत सभी मानवाधिकार आयोगों को और मजबूत करने की जरूरत है। बाल अधिकारों की पैरोकार संस्था चाइल्ड राइट्स एंड यू (सीआरवाई) के जनरल मैनेजर शुभेंदु भट्टाचार्य ने भारत में मुस्लिम समुदाय के बच्चों के अधिकारों की अनदेखी पर अपनी चिंता जाहिर की। वरिष्ठ पत्रकार राजा चौधरी ने सांप्रदायिकता और मीडिया विषय पर विस्तार से अपनी बात रखी।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सांसद अली अनवर, डा.डीपी त्रिपाठी, बहादुर सिंह यादव, सीपी राय, कमाल फारुकी, दद्दू प्रसाद, मो.अदीब, दीपक मिश्र, तथागत सतपती, योजना आयोग की सदस्य डा.सईदा हमीद ने हिस्सा लिया। इस मौके पर एंटी कम्युनल वायलेंस बिल को बहस के बाद पास करने की पुरजोर मांग की गई। साथ ही यह भी कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन में यातना विरोधी बिल का भी अनुमोदन किया जाए और राज्यसभा में लंबित पड़े एंटी टार्चर बिल को अविलंब पारित किया जाए। संवाद कार्यक्रम का संचालन मानवाधिकार जननिगरानी समिति के निदेशक डा.लेनिन रघुवंशी ने बड़े ही आक्रामक अंदाज में किया। साथ ही डिबेट का संचालन अवधनामा लखनऊ के मुख्य संपादक उत्कर्ष सिन्हा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन इतिहासकार डा.महेंद्र प्रताप सिंह ने किया।