महाराष्ट्र के एक गांव की हृदयविदारक घटना है. 11, 9 और 5 साल की तीन बहनें भूख से तड़प रही थीं. उनके पिता मर चुके हैं. मां मजदूरी करती हैं, सो वो घर से दूर थीं. घर पर खाने को कुछ नहीं था. भूख से बेहाल बहनें घर से निकल गईं और पास के सड़क पर चल रहे ढाबे के पास पहुंच गईं. चार दिन बाद उन तीनों की लाश मिली. तीनों के साथ भयानक तरीके से बलात्कार किया गया था. फिर उनकी हत्या करके उन्हें कुआं में फेंक दिया गया.
महाराष्ट्र के बांद्रा जिले के लखनी गांव की घटना है ये. तीनों बहनों की चप्पलें ढाबे के बगल में शराब की खाली बोतलों के पास से मिलीं. पुलिस ने पहले कहा कि तीनों बहनों ने गरीबी और भूख से तंग आकर आत्महत्या कर लिया, कुएं में कूद गईं. लेकिन जब गांव वालों ने विरोध प्रदर्शन किया और गहराई से जांच कराने की मांग की तो जांच रिपोर्ट में बलात्कार के बाद हत्या का मामला सामने आया. तीनों बच्चियां ढाबे पर खाना मिलने की लालस में गई थीं और वहां कुछ अपराधी किस्म के लोगों ने उनकी गरीबी व भूख का फायदा उठाकर उन्हें झांसे में लिया. फिर उनके साथ घृणित व क्रूरतम हरकत कर उन्हें मारा फिर कुएं में फेंक दिया.
उस शाम जब उनकी मां घर आई तो बच्चियों को न पाकर उनके खोने की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई. नागपुर रेंज के आईजी राजेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस की 7 स्पेशल टीम बनाई गई है और करीब पंद्रह लोगों से गहन पूछताछ की जा चुकी है. सौ से ज्यादा लोगों को चेक किया गया है. हत्या और बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है. गांववालों का कहना है कि उन्होंने ढाबे पर अपराधी लोगों के आने, अवैध रूप से शराब पिलाए जाने की शिकायत पुलिस से कई बार की लेकिन पुलिस ने कभी ध्यान नहीं दिया. अवैध रूप से शराब पिलाए जाने से ढाबा अपराधियों को आकर्षित करता है और इसी कारण यहां भूख से बेहाल बच्चियों को बलात्कार व हत्या का शिकार होना पड़ा.