सेवा में, डीजीपी महोदय, लखनऊ, महोदय, निवेदन यह है कि मैं गायत्री पाराशर (२२) पुत्री श्री महावर प्रसाद पाराशर गांव गढ़ी ठाकुर पचोखरा फिरोजाबद व हाल निवासी भावना सुपर बाजार फ्लैट न. २०४, से. -९, आवास विकास सिकंदरा आगरा से हूं तथा बीपीएन टाइम्स न्यूज पेपर में संपादकीय में कार्यरत हूं। श्रीमान जी मारहरा इंडेन गैस सेवा की संचालिका मीनेश कुमारी (वकील) लगातार मुझे व मेरे परिवारीजनों को गलत मामलों में फंसाने की साजिश रचती चली आ रही हैं।
श्रीमान जी मैं लंबे समय से लगातार शासन-प्रशासन एवं उप्र सरकार को तार द्वारा अग्रिम सूचना देती चली आ रही हूं कि मारहरा इंडेन गैस सेवा की संचालिका मीनेश कुमारी मुझे व मेरे परिवार व रिश्तेदारों को किसी भी झूठे मामले में फंसा सकती हैं। क्योंकि मीनेश कुमारी की मेरे बहनोई के साथ एजेंसी में साझेदारी थी और उनसे भिन्न जगहों पर पैसे लगवाएं, कुछ समय बाद मीनेश कुमारी की नीयत में खोट आया और मेरे बहनोई का पैसा हड़पने की कोशिश की। जिसके मुकदमें मेरे बहनोई द्वारा आगरा न्यायालय में पंजीकृत कराए थे। जिससे चिढ़कर मीनेश कुमारी ने मेरे बहनोई व मेरी बहन ममता और मुझ पर धारा १५६ (३) लगाकर एटा कोर्ट में मामला पंजीकृत करा दिए।
श्रीमान जी जब मेरा नाम मुकदमें सम्मलित किया जिसकी सूचना पर मैंने माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में अपने साक्ष्यों के आधार पर गुहार लगाई जहां मुझे मुकदमें से न्यायालय द्वारा अलग कर दिया गया। लेकिन मीनेश कुमारी (५६) बचपन से ही मुकदमें लडऩे में माहिर हैं इसी प्रकार इन्होंने कई लेागों से अपनी गैस एजेंसी में धन लगवाया तथा धन वापसी के नाम पर उन्हें व उनके परिवार को धारा १५६ (३) द्वारा मुकदमेां में फंसा देती हैं तथा इलाका पुलिस को अपने पक्ष में रखती हैं, जिससे अपने कहे अनुसार कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कराती हैं। श्रीमान जी इसी प्रकार मीनेश कुमारी मेरे बहनोई पर दबाब बनाने की नीयत से मुझे व मेरे भाई व मेरे रिश्तेदारों को झूठे मुकदमों में फंसाने के मंसूबे बनाती रहती हैं। इसी तरह मीनेश कुमारी २६.४.१२ को अपने गैस गोदाम पर लूटपाट व मारपीट का झूठा मामला धारा १५६ (३) से दर्ज कराया था, जिसकी विवेचना एसआई कोमल सिंह द्वारा की जा रही थी। तभी एसआई कोमल सिंह के मोबाइल से मेरे मोबाइल पर दिनांक ३१.८.१२ करीब चार बजे के आसपास फोन पर आया और मुझे सूचित किया कि मीनेश कुमारी ने आपके खिलाफ कोर्ट से मुकदमें पंजीकृत कराया है। अगरा आप मुकदमें से बचना चाहती हैं तो मुझे बीस हजार रुपए दो यह तो मैं भी जानता हूं कि मीनेश कुमारी ने झूठा मुकदमा पंजीकृत कराया है। क्योंकि मीनेश कुमारी पहले से भी मुकदमें लगाती चली आ रही हैं और चार्जशीट लगवाने का हमे पैसा भी देती हैं। जब मैंने विवेचक को अपने बारे में बताया कि दिनांक २६.४.१२ को मैं अपने कार्यालय में मौजूद थी और इसके अलावा मैं मीनेश कुमारी के षड्यंत्र के बारे में लंबे समय से डाक तार द्वारा उच्चाधिकारियों को अग्रिम सूचना भेजती चली आ रही हूं।
श्रीमान जी १.९.१२ को इस घटना से फैक्स द्वारा अवगत करा चुकी हूं। इसके अलावा मैं अपने कार्यालय को जा रही थी तभी मीनेश कुमारी ने मुझ पर तेजाब डालने की धमकी दी जिसकी सूचना भी मैं दिनांक २६.१०.१२ को फैक्स भेजकर आपकों भेज चुकी हूं। श्रीमान जी इलाका पुलिस मीनेश कुमारी के कहे अनुसार काम करती और गैस की कालाबाजारी करोन में पूर्ण सहयोग देती है। जिससे उप्र सरकार व पुलिस की छवि खराब हो रही है, और इलाके में दहशत का माहौल पुलिस ने फैला रखा है। चौथ वसूली को लेकर मनचाहे मुकदमें लगाए जा रहे हैं। अत: श्रीमान जी से निवेदन है कि प्रार्थी पर किए जा रहे उत्पीडऩ को रोका जाए तथा दबंग महिला मीनेश कुमारी के खिलाफ जांच कराकर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की कूपा करें।
आपकी महान कृपा होगी।
दिनांक- १९.११.१२
प्रार्थिनी
गायत्री पाराशर
(बीपीएन टाइम्स न्यूज पेपर)
पुत्री महावीर प्रसाद पाराशर
भावना सुपर बाजार फ्लैट न. २०४,
से.९, आ/वि सिकंदरा आगरा