कर्ज में डूबे किसान की आत्महत्या अब खबर नहीं बना करती. बनती भी है तो उसी जिले के भीतर जहां किसान ने सुसाइड किया है. किसान की खुदकुशी पर कोई पैकेज नहीं दिखाया जाता, कोई साइड स्टोरी नहीं प्रकाशित की जाती. घटना है उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की. गड़रियन पुरवा इलाके में कर्ज में डूबे एक किसान ने तगादगीरों से परेशान होकर जान दे दी. तीन दिन से लापता किसान का शव खेत में नीम के पेड़ से लटका मिला.
गड़रियन पुरवा निवासी रामपाल का 35 वर्षीय पुत्र अमरनाथ खेती कर परिवार का भरण पोषण करता था. उसने कुछ लोगों से कर्ज ले रखा था. आर्थिक तंगी से वह कर्ज नहीं चुका पा रहा था और कर्ज देने वाले तगादा कर रहे थे. तीन दिन पूर्व अमरनाथ बिना कुछ बताए घर से चला गया था. शुक्रवार सुबह शौच के लिए गए ग्रामीणों ने गांव के बाहर खेत में नीम के पेड़ से अमरनाथ का शव लटका देखा. सूचना पाकर पहुंचे परिजनों ने शव पेड़ से नीचे उतारा. अमरनाथ के साले राकेश ने बताया बहनोई कर्ज देने वालों के तगादों से परेशान थे. एसओ भूपेंद्र राठी ने बताया शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.