श्री टाइम्स, लखनऊ से खबर है कि प्रबंधन ने संजय तिवारी ने इस्तीफा दे दिया है. वे यहां पर एडिटर को-आर्डिनेशन के पद पर कार्यरत थे. संजय ने अपनी नई पारी लखनऊ में डेली न्यूज ऐक्टिविस्ट के साथ शुरू की है. उन्हें यहां भी एडिटर को-आर्डिनेशन बनाया गया है. संजय तिवारी पिछले ढाई दशक से नोएडा, लखनऊ व गोरखपुर की पत्रकारिता में सक्रिय रहे हैं.
मालिक्यूलर वैज्ञानिक के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने वाले संजय प्रतिभाशाली पत्रकार रहे हैं. उनका चयन सीडीएस के लिए भी हुआ पर उनका मन नहीं रमा. वहां से इस्तीफा देकर इन्होंने नोएडा में राष्ट्रीय सहारा ज्वाइन कर लिया था. इन्होंने लखनऊ तथा गोरखपुर में राष्ट्रीय सहारा की लांचिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. राष्ट्रीय सहारा से इस्तीफा देने के बाद वे दैनिक जागरण, गोरखपुर से जुड़ गए. सात साल काम करने के बाद यहां से इस्तीफा दे दिया तथा अमर उजाला से जुड़ गए.
अमर उजाला के साथ गोरखपुर एवं बरेली में काम करने के बाद ये जनसंदेश टाइम्स से जुड़े. फिर वहां से इस्तीफा देने के बाद श्री टाइम्स ज्वाइन कर लिया था. संजय तिवारी ने हाल ही में एक भारतीय संस्कृति पर आधारित एक पुस्तक 'सृष्टि पर्व' लिखा है, जो जल्द ही राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित होकर आने वाला है.