चंडीगढ़ : अखिल भारतीय साहित्य परिषद, दिल्ली की ओर से पिछले दिनों भोपाल (मध्यप्रदेश) आयोजित एक भव्य राष्ट्रीय कार्यक्रम में अलग-अलग प्रान्तों के चौदह भाषाओं के चौदह कवियों व साहित्यकारों को सम्मानित किया गया, जिनमें सिंधी, कन्नड, उडिया, हिन्दी, संस्कृत, बंगाली, पंजाबी, मलयालम, असमी, गुजराती, तमिल इत्यादि भाषाओं के साहित्यकार व कविगण शामिल थे।
मोहाली, पंजाब से सुप्रसिद्ध शायर व साहित्यकार जनाब जय गोपाल कोछड़ ‘अश्क’ अमृतसरी को पंजाबी भाषा में उत्कृष्ट साहित्य की रचना व भारतीय संस्कृति और पंजाबी सभ्याचार की नुमाइन्दा कविता के लिए ‘सारस्वत सम्मान’ से अलंकृत किया गया। सन् 1930 में पंजाब में जन्में ट्राइसिटी के वयोवृद्ध कवि व साहित्यकार जनाब ‘अश्क’ के नाम पंजाबी भाषा में काव्य संग्रह, उपन्यास, भगवत गीता का पंजाबी में काव्यानुवाद है तो इसके अतिरिक्त उन्होंने अनके ग्रन्थों का पंजाबी में अनुवाद एवं सम्पादन किया है। यह सम्मान उन्हें मध्य प्रदेश के सांस्कृतिक मंत्री माननीय श्री कृष्णकांत, सरसंघ चालक माननीय मोहन भागवत तथा अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्राचार्य डॉ0 जानी द्वारा प्रदान किया गया।