वियना। दुनिया तक खबरें पहुंचाने वाले पत्रकारों को इस साल सबसे ज्यादा निशाना बनाया गया। वियना स्थित अंतरराष्ट्रीय प्रेस इंस्टीट्यूट [आइपीआइ] के मुताबिक वर्ष 2012 में अपने काम के दौरान कुल 119 पत्रकार मारे गए। शिंहुआ एजेंसी के मुताबिक 1997 से आइपीआइ ने इसका आंकड़ा रखना शुरू किया है। उसके बाद से यह सर्वाधिक आंकड़ा है। आइपीआइ ने कहा कि सूचनाओं को सामने लाने से रोकने के लिए पत्रकारों पर हमले बढ़ गए हैं। संस्था के मुताबिक सीरिया के बाद सोमालिया पत्रकारों के लिए खतरनाक जगह है, जहां इस साल 16 पत्रकार मारे गए। इसके बाद मेक्सिको, पाकिस्तान और फिलीपींस का नाम आता है। (जागरण)