इंडियन एक्सप्रेस में पहले पन्ने पर आज यह खबर बहुत महत्त्वपूर्ण है। खबर में अमेरिकी सेनेट में खुद वालमार्ट द्वारा पेश की गई एक रिपोर्ट के हवाले से खुलासा है कि भारत में अपना खुदरा कारोबार घुसाने की कोशिशों के तहत कंपनी ने महज "लॉबिंग" पर पिछ्ले चार सालों में 25 मिलियन डालर (125 करोड़ रुपये से ऊपर) खर्च किए हैं। कंपनी ने सेनेट को बताया है कि 30 सितम्बर को खत्म हुई तिमाही भर में उसने 1.65 मिलियन डालर (सवा आठ करोड़ से ऊपर) लॉबिंग मात्र पर खर्च कर डाले हैं, जिसमें "भारत में एफडीआइ पर चर्चाएं कराना" भी शामिल है। ….तो आगे आप किसी को बढ़-चढ़ कर वालमार्ट की चम्पी करते देखें तो उसके मुखारविंद को ही नहीं, उसके पेट की ओर भी देखें!
वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी के फेसबुक वॉल से साभार.