महाराष्ट्र में पत्रकारों के ऊपर बढ़ते हमले से चिंतित पत्रकार अब पत्रकार हल्ला विरोधी कृती समिति के नेतृत्व में 12 दिसम्बर से नागपुर में आमरण अनशन पर बैठ रहे हैं. इसी दिन महाराष्ट्र के 35 जिले के 356 तहसीलों में स्थानीय पत्रकार एक दिन का अनशन करेंगे. यह जानकारी कमिटि अगेन्स्ट एटक ऑन जर्नलिस्ट (महाराष्ट्र के पत्रकारों के सोलह संगठनों की एकल कमेटी) के कन्वेनर एसएम देशमुख ने दी.
पिछले तीन सालों में महाराष्ट्र में 332 पत्रकारों के ऊपर जानलेवा हमले हुए हैं. 10 साल में 42 मीडिया हाउसों पर हमले किए गए हैं. इस मामले में एक भी आरोपी दंडित नहीं हुआ. इसलिए महाराष्ट्र में पत्रकारों के संरक्षण के लिए अलग कानून बनाने की मांग पत्रकार पिछले दो सालों से कर रहे हैा. लेकिन महाराष्ट्र सरकार इस मांग की अनदेखी कर रही है. प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने यह विषय गंभीरता से लेकर महाराष्ट्र के पत्रकारों के सरंक्षण के बारे में सरकार से उचित कार्रवाई करने को कहा था. इसके बावजूद सरकार कुछ ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. इस के विरोध में ही 12 दिसम्बर से पत्रकार अनशन पर बैठने वाले हैं. उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधान मंडल का शीतकालीन अधिवेशन 11 दिसम्बर से नागपुर में शुरू होने जा रहा है.