नई दिल्ली। जागरण प्रकाशन लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 348.90 करोड़ रुपये का कुल राजस्व अर्जित किया है। इसमें बीते साल की इसी तिमाही के मुकाबले 7.67 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी के एकल नतीजों के मुताबिक राजस्व में हुई वृद्धि की वजह विज्ञापन से होने वाली आय में बढ़ोतरी रही। इस अवधि में विज्ञापन से होने वाली आय 239.33 करोड़ रुपये रही। कंपनी को इस दौरान 65.87 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद कंपनी की प्रति शेयर आय [ईपीएस] सालाना आधार पर 2.08 रुपये रही।
नतीजों पर टिप्पणी करते हुए जेपीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक महेंद्र मोहन गुप्त ने कहा कि कंपनी का यह प्रदर्शन उम्मीद से कहीं अधिक संतोषजनक रहा है। कंपनी ने न सिर्फ कवर मूल्य बढ़ने से, बल्कि विज्ञापन से होने वाली आय में भी बढ़ोतरी की है। रेवेन्यू के अन्य स्रोतों में भी वृद्धि हुई है। अलबत्ता विदेशी मुद्रा के मूल्य में तेज उतार-चढ़ाव और नई दुनिया के अधिग्रहण के बाद ब्याज भुगतान का बोझ बढ़ने से मुनाफा बढ़ने की रफ्तार कम हुई है। नई दुनिया और मिड डे का प्रदर्शन भी पहले की तरह बेहतर रहा है। इतना ही नहीं, कंपनी के आउटडोर बिजनेस में भी तेज वृद्धि हुई है।
चालू वित्त वर्ष के नौ महीने में एकल आधार पर कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 5.83 प्रतिशत बढ़कर 988.53 करोड़ रुपये रहा। पाठकों के लिहाज से दैनिक जागरण प्रीमियम 'ए' वर्ग में सबसे आगे रहा है। जागरण प्रकाशन समाचार पत्र और पत्रिकाओं के 12 ब्रांडों का प्रकाशन करता है। (जागरण)