जिंदल ग्रुप से 100 करोड़ रुपये की उगाही के मामले में जी न्यूज के चेयरमैन सुभाष चंद्रा पर 286 सेकेंड भारी पड़ सकते हैं। जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी और समीर आहलूवालिया की जब हयात होटल में जिंदल ग्रुप के अधिकारियों के साथ बैठक खत्म हुई तो समीर ने चंद्रा से फोन पर लगभग पांच मिनट बात की थी। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा चंद्रा और गिरफ्तार संपादकों को आमने-सामने बैठाकर यह जानने का प्रयास करेगी कि इस दौरान क्या बात हुई थी।
अपराध शाखा ने दावा किया है कि पुलिस के पास चंद्रा के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि होटल की बैठक खत्म होने के बाद हुई ये बातचीत ही चंद्रा के खिलाफ सबूत बनती जा रही है। हालांकि अभी तक पुलिस को दिए बयान में दोनों संपादक चंद्रा का बचाव कर रहे हैं। बैठक के बाद सुधीर की भी चंद्रा से बात हुई थी। संपादकों की जिंदल ग्रुप के साथ तीन बैठकें हुई थीं। संपादक बैठक में जाने से पहले और बैठक खत्म होने के बाद चंद्रा से बात करते थे। मोबाइल कॉल डिटेल से ये बात स्पष्ट हुई है।
दूसरी तरफ जी ग्रुप ने जिंदल से रुपये वसूलने के लिए जो कानूनी कागजात तैयार किए थे उनमें 100 करोड़ रुपये चेक से देने की बात कही गई थी। चेक जी ग्रुप के नाम से मांगे गए थे। ‘वसूली’ का लीगल पत्र जी ग्रुप के टेन स्पोर्ट्स के लॉ डिपार्टमेंट में तैनात एडवाइजर वीरेश दहिवार ने बनाया था। अपराध शाखा ने पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया था, लेकिन वे पेश नहीं हुए। जी ग्रुप की ओर से कहा गया है कि वीरेश छुट्टी पर हैं। छुट्टी से लौट कर वे पूछताछ में शामिल होंगे। (उजाला)