लखनऊ में राज्य संपत्ति विभाग पत्रकारों से मकान खाली कराने के लिए कमर कस चुका है. 53 लोगों की लिस्ट में से कुछ लोगों ने नोटिस का जवाब देकर अपनी छत तो बचा ली है, पर 20 पत्रकार या उनके परिवार के लोग ऐसे हैं, जिन्हें दुबारा नोटिस यानी रिमांइडर भेजा गया है. लगभग 20 पत्रकारों को रिमांइडर भेज कर पंद्रह दिनों के भीतर सरकारी मकान खाली करने का निर्देश दिया गया गया है. अगर रिमांइडर का ये लोग जवाब नहीं देते या फिर मकान खाली नहीं करते तो इनसे जबरन मकान खाली करवाया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि लखनऊ में तमाम ऐसे पत्रकार हैं, जो यहां नहीं होते हुए भी लम्बे समय से सरकारी आवास में जमे हुए हैं. नीचे उन पत्रकारों की लिस्ट है, जिनको राज्य संपत्ति विभाग ने रिमांइडर भेजा है.
1- अशोक कुमार सिंह (पत्रकार)
2- आसिफ बर्नी (संपादक)
3- पवन मिश्रा (पत्रकार)
4- अमन अब्बास (संपादक)
5- शशांक शेखर त्रिपाठी (स्थानीय संपादक)
6- एमए हफीज (स्वतंत्र पत्रकार)
7- अब्बास हैदर (कैमरामैन)
8- श्रीमती सुधा साक्षी (प्रधान संपादक)
9- श्रीमती मंजू उपाध्याय पत्नी स्वत रामकल्प उपाध्याय (संपादक)
10- अशोक कुमार मिश्रा (मुख्य संवाददाता)
11- अबरार अहमद फारुकी (संवाददाता)
12- नादिर वहाब खां (संवाददाता)
13- श्रीमती रत्ना बनर्जी पत्नी स्व. केडी बनर्जी (पत्रकार)
14- विजय सिंह (उप संपादक)
15- संजय सिंह (ब्यूरो चीफ)
16- अवधेश (संपादक)
17- जितेंद्र सिंह (संपादक)
18- इरशाद इल्मी (संपादक)
19- पत्नी स्व. रामकुमार यादव (पत्रकार)
20- कुमार सौवीर (स्वतंत्र पत्रकार)