बदायूं में धनवीर सक्सेना बनाम सहारा इंडिया वाद को लेकर बिसौली के न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में सोमवार को बहुत सरगर्मी रही। सहारा लीगल सेल के अधिकारियों की नगर में उपस्थिति चर्चा का विषय रही। उल्लेखनीय है कि नगर के वरिष्ठ अधिवक्ता धनवीर सक्सेना ने 1978 में सहारा इंडिया की गोल्डन की स्कीम में कुछ धनराशि जमा की थी। सहारा इंडिया द्वारा इस स्कीम को बंद करने पर श्री सक्सेना ने 1979 में न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में वाद दायर कर दिया।
न्यायालय द्वारा 6 नवंबर 2011 को प्रतिवादी सहाराश्री सुव्रत राय और स्कीम प्रबंधक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया। इसके बाद भी अदालत में उपस्थित न होने पर उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया। सोमवार को इस मुकदमा की तारीख थी। मुंसिफी परिसर में उपस्थित लोगों की निगाह इस वाद की सुनवाई पर लगी रही। देर शाम तक इंतजार के बाद भी प्रतिवादी पक्ष से कोई भी अदालत में उपस्थित नहीं हुआ। बताते हैं कि सहारा लीगल सेल के अधिकारी नगर में दिखाई दिए। उनकी उपस्थिति को लेकर भी काफी चर्चा रही। अब इस वाद में 8 मार्च तय की गयी है।