देवरिया।। २१ दिसंबर को देवरिया में आयोजित न्यू मीडिया एवं ग्रामीण पत्रकारिता संगोष्ठी सफलता पूर्वक संपन्न हुई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम से पहले स्थानीय राष्ट्रीय अखबारों के ब्यूरो एवं पत्रकार संगठनों द्वारा इसे असफल करने का प्रयास किया गया था.
पत्रकार संगठनों के बायकाट के बावजूद यह कार्यक्रम अद्भुत ढंग से सफल हुआ. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आई जी श्री अमिताभ ठाकुर उपस्थित हुए तो वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. रामदेव शुक्ल ने की। बतौर वक्ता माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के अध्यक्ष डॉ श्रीकांत सिंह, स्तंभकार पंकज झा सहित भड़ास के सम्पादक यशवंत सिंह, आकाशवाणी की समाचार वाचक अल्का सिंह उपस्थित रहे.
स्थानीय लोगों में अरुण पाण्डेय,सतीश सिंह सहित तमाम पत्रकारों ने सभा को संबोधित किया. कार्यक्रम में पांच लोगों को मोती बीए नया मीडिया सम्मान से सम्मानित भी किया गया. दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार संजय मिश्र, राष्ट्रीय सहारा के नर्वदेश्वर पांडे देहाती, प्राध्यापक डॉ जय प्रकाश पाठक, डॉ सौरभ मालवीय एवं हिन्दुस्तान के युवा पत्रकार राजिव यादव को सम्मानित किया गया. इस दौरान सम्मानित व्यक्तियों ने भी सभा को संबोधित किया. कार्यक्रम की अद्भुत बात ये रही कि शीर्ष से लेकर नीचे तक सभी स्थानीय वक्ताओं ने इस कार्यक्रम को अनोखा बताया और कहा कि पिछले 15 वर्षों के इतिहास में यह कार्यक्रम अद्वितीय है.
मंच से कई पत्रकारों ने उन लोगो की आलोचना भी की जो इस कार्यक्रम को लेकर जलन और इर्ष्या का भाव लेकर इसके असफलता के लिए प्रयासरत थे. दैनिक जागरण के देवरिया ब्यूरो ने तो इस कार्यक्रम के प्रति अपना उपेक्षित नजरिया अपनी खबर में भी दिखा दिया. यह सवाल सबके जहन में दूसरे दिन बना रहा कि जिस कार्यक्रम की बुनियाद से लेकर संयोजन एवं संचालन तक शिवानन्द द्विवेदी सहर का सबसे अधिक योगदान रहा उनका नाम तक खबर से हटा लिया गया था. कार्यक्रम के संरक्षक डॉ दिनेश मणि त्रिपाठी को संचालक बताते हुए जागरण ने शिवानन्द के नाम को काट कर गलत रिपोर्टिंग की शर्मनाक मिसाल कायम की. हालांकि शिवानन्द इसे महत्व नहीं देते क्योंकि उनका मानना है कि जब हम न्यू मीडिया की बात करेंगे तो मुख्यधारा मीडिया की चूलें हिलेंगी. अगली बार यह आयोजन और बड़े पैमाने पर होगा, ऐसा कार्यक्रम के सह संयोजक शिवानन्द ने बताया. कुल मिलकर यह कार्यक्रम देवरिया के पत्रकारिता इतिहास में अद्भुत रहा है.